Shastrinagar Joggers Park Encroachmen नागरिकों ने पूर्वी सिंहभूम डीसी को ज्ञापन सौंपकर जेएनएसी सौंदर्यीकरण परियोजना के तहत कदमा स्थित शास्त्रीनगर जॉगर्स पार्क में अतिक्रमण रोकने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तत्काल हस्तक्षेप की मांग की।

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शास्त्रीनगर जॉगर्स पार्क में अतिक्रमण की कोशिश, उपायुक्त को सौंपा गया स्मार पत्र

Jamshedpur : (पूर्वी सिंहभूम) — कदमा के शास्त्रीनगर स्थित जॉगर्स पार्क में जारी सौंदर्यीकरण कार्य के बीच अतिक्रमण की कोशिशों को लेकर सोमवार शाम एक स्मार पत्र उपायुक्त को सौंपा गया। यह पत्र स्थानीय सामाजिक संस्था शहीद निर्मल सेवा सदन के महासचिव गौतम कुमार बोस और माझी बाबा बिंदे सोरेन की अगुवाई में प्रस्तुत किया गया।




पार्क सौंदर्यीकरण के बीच असामाजिक तत्वों की घुसपैठ

पत्र में बताया गया कि JNAC (जमशेदपुर अक्षेस) के अधीन झारखंड सरकार द्वारा पार्क का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। लेकिन इस कार्य के दौरान मुख्य गेट तोड़े जाने के कारण असामाजिक तत्वों की अनधिकृत आवाजाही बढ़ गई है। हाल ही में कुछ लोगों ने पार्क के भीतर धार्मिक झंडा गाड़ने और स्थायी ढांचे स्थापित करने का प्रयास किया, जो क्षेत्रीय शांति और विकास कार्यों के लिए खतरा बन गया है।



सुरक्षा और निगरानी के लिए 7 प्रमुख मांगें

ज्ञापन में उपायुक्त से निम्नलिखित तत्काल कदम उठाने की मांग की गई है:

1. अस्थायी पुलिस चौकी की स्थापना

सौंदर्यीकरण कार्य पूर्ण होने तक पार्क में सुरक्षा हेतु पुलिस चौकी स्थापित की जाए।

2. गेट पर निगरानी और CCTV की व्यवस्था

असामाजिक तत्वों की रोकथाम के लिए CCTV कैमरा और निगरानी प्रणाली लगाई जाए।

3. संध्या समय में नियमित पुलिस गश्ती

पार्क को संध्या समय पुलिस द्वारा खाली कराया जाए और सभी लाइटें ठीक कराई जाएं।

4. अतिक्रमण पर सख्त कार्रवाई

धार्मिक प्रतीकों के नाम पर अतिक्रमण करने वालों के विरुद्ध विधिक कार्रवाई की जाए।

5. निर्माण सामग्री व्यवस्थित ढंग से रखी जाए

पाथवे एवं मैदान में बिखरी गिट्टी, बालू और ईंटें एक कोने में व्यवस्थित रखी जाएं।

6. कार्य की पारदर्शिता के लिए सूचना बोर्ड

वर्क ऑर्डर की कॉपी संस्था की दीवार पर चिपकाई जाए और कार्यस्थल पर सूचना बोर्ड लगाया जाए।

7. स्थानीय निगरानी समिति का गठन

पारदर्शिता और जन भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय नागरिकों की समिति बनाई जाए।



पार्क को धार्मिक रंग देने की कोशिश की निंदा

ज्ञापन में यह भी स्पष्ट किया गया कि पार्क JNAC को हस्तांतरित किए जाने के समय पूर्णतः निष्कलंक था—कोई धार्मिक प्रतीक या ढांचा नहीं था। वर्तमान में सौंदर्यीकरण कार्य के दौरान इस तरह के अतिक्रमण प्रयास, संवैधानिक मर्यादाओं और जनभावनाओं के विरुद्ध हैं।




सौंदर्यीकरण को जनहित में निर्विघ्न रूप से पूरा करने की मांग

शहीद निर्मल सेवा सदन की ओर से मांग की गई कि उपायुक्त इस मामले में तत्काल संज्ञान लें और आवश्यक कदम उठाएं, ताकि पार्क का विकास बिना सामाजिक विघ्न के पूरा हो सके और नागरिकों को एक सुरक्षित, स्वच्छ और खुला सार्वजनिक स्थल मिल सके।



संग्लग्न दस्तावेज़:

JNAC द्वारा कराए जा रहे कार्य की स्थानीय अखबार में प्रकाशित छायाप्रति

तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता द्वारा उद्घाटन का फोटोग्राफ

6 अप्रैल 2025 को कदमा थाने में दर्ज शिकायत की फोटोकॉपी




यह प्रयास सिर्फ एक पार्क की सुरक्षा नहीं, बल्कि सार्वजनिक स्थलों की गरिमा और शांति के संरक्षण की मांग है।

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