रांची| 1 अगस्त 2025
झारखंड की शिक्षा और समावेशिता की दिशा में एक ऐतिहासिक क्षण सामने आया जब (विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह) से ताल्लुक रखने वाली रश्मि बिरहोर ने गुरुवार को राज्यपाल भवन रांची में भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की।
रश्मि की यह प्रेरक उपलब्धि टाटा स्टील फाउंडेशन की ‘आकांक्षा परियोजना’ का प्रतिफल है, जो वंचित समुदायों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अवसर प्रदान कर रही है। इस मुलाकात में दीपक कुमार श्रीवास्तव, असिस्टेंट मैनेजर (कम्युनिटी डेवलपमेंट), वेस्ट बोकारो भी उनके साथ उपस्थित थे।
राष्ट्रपति से संवाद करते हुए रश्मि ने अपनी भावनाएं संथाली भाषा में साझा कीं। उन्होंने बताया कि यह क्षण न केवल उनके लिए बल्कि पूरे बिरहोर समुदाय के लिए सम्मान और उम्मीद का प्रतीक है।
रश्मि बिरहोर, जिन्होंने 2017 में आकांक्षा परियोजना से जुड़कर शिक्षा की राह पर कदम रखा था, आज रामगढ़ की पहली पीवीटीजी ग्रेजुएट छात्रा बन गई हैं। उन्होंने सेंट रॉबर्ट्स गर्ल्स स्कूल, हजारीबाग से स्कूली शिक्षा और जी.एम. ईवनिंग कॉलेज से स्नातक की डिग्री प्राप्त की।
टाटा स्टील फाउंडेशन के सीईओ सौरव रॉय ने कहा, “रश्मि हमारे शिक्षा संबंधी प्रयासों की जीवंत मिसाल हैं। उनकी सफलता हमें यह विश्वास दिलाती है कि हर बच्चा योग्य है—बस उसे अवसर चाहिए।”
वेस्ट बोकारो डिवीजन के जनरल मैनेजर अनुराग दीक्षित ने राष्ट्रपति की इस पहल का स्वागत करते हुए कहा, “यह मुलाकात सैकड़ों बच्चों के लिए प्रेरणा बनेगी और उन्हें अपने सपनों को साकार करने की दिशा देगी।”
रश्मि के पिता सुधांशु बिरहोर, माता सावा देवी, और छोटा भाई मनीष (जो कक्षा दो का छात्र है) भी इस गौरवशाली यात्रा का हिस्सा हैं।
