झारखंड में अमित मोदक की ऐतिहासिक पहल: पहली बार हॉलीवुड ट्रेनर देंगे गरीब बच्चियों को मुफ्त मार्शल आर्ट्स ट्रेनिंग

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रांची/झारखंड:
झारखंड की धरती एक ऐतिहासिक और गौरवपूर्ण क्षण की साक्षी बनने जा रही है। वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर, अंतरराष्ट्रीय मार्शल आर्टिस्ट और झारखंड के गौरव अमित मोदक ने एक क्रांतिकारी कदम उठाते हुए झारखंड की बेटियों के भविष्य को नया आयाम देने की पहल की है। उन्होंने यूरोप से एक विश्व प्रसिद्ध हॉलीवुड ट्रेनर को आमंत्रित किया है, जो अब झारखंड में गरीब और पिछड़े तबके की बच्चियों को बिल्कुल मुफ्त में आत्मरक्षा की उच्च स्तरीय ट्रेनिंग देंगे।

पहली बार झारखंड में हॉलीवुड लेवल की ट्रेनिंग

यह पहल इसलिए भी ऐतिहासिक है क्योंकि यह पहली बार होगा जब हॉलीवुड स्तर का कोई प्रशिक्षक झारखंड आएगा और यहां की बच्चियों को वही प्रशिक्षण देगा, जो उसने हॉलीवुड फिल्मों के कलाकारों को दिया है। यही ट्रेनर “Ip Man” फिल्म फेम हॉलीवुड अभिनेता साइमन कूक के व्यक्तिगत कोच भी रह चुके हैं। अब वही अनुभव झारखंड की बेटियों को मिलेगा — यह न केवल आत्मरक्षा की दृष्टि से बल्कि आत्मविश्वास और व्यक्तित्व निर्माण के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।

अमित मोदक की सोच और उद्देश्य

अमित मोदक खुद एक संघर्षशील पृष्ठभूमि से आते हैं। उन्होंने कहा:

“मैंने खुद गरीबी में शुरुआत की थी। कोच की फीस देने तक के पैसे नहीं थे। मैं नहीं चाहता कि किसी बच्चे का सपना सिर्फ पैसों की वजह से अधूरा रह जाए।”

उनका यह कदम न केवल खेल जगत के लिए, बल्कि समाज के हर उस वर्ग के लिए प्रेरणा है जो संसाधनों के अभाव में अपनी प्रतिभा को पीछे छोड़ देता है।

इस पहल की प्रमुख विशेषताएं:

  • हॉलीवुड लेवल की ट्रेनिंग पहली बार झारखंड में
  • गरीब और जरूरतमंद बच्चियों को मुफ्त आत्मरक्षा प्रशिक्षण
  • बेटियों को आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी बनाने की दिशा में ऐतिहासिक पहल
  • झारखंड को राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय खेल मानचित्र पर लाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम

झारखंड के लिए गर्व और संभावना का क्षण

यह अवसर केवल खेल से जुड़ा नहीं है, बल्कि यह सामाजिक बदलाव की शुरुआत भी है। झारखंड के दूर-दराज गांवों की बच्चियां अब उस स्तर की ट्रेनिंग प्राप्त कर सकेंगी, जिसकी कल्पना उन्होंने शायद कभी नहीं की थी। अगर झारखंड सरकार और प्रशासन ऐसे प्रयासों को समर्थन दे, तो यह राज्य देश की मार्शल आर्ट्स राजधानी के रूप में उभर सकता है।

प्रेरणा बनेगा यह प्रयास

अमित मोदक की यह पहल न केवल झारखंड बल्कि पूरे भारत की बेटियों को यह संदेश देती है कि “अगर सही दिशा और सहयोग मिले, तो कोई सपना अधूरा नहीं रह सकता।”यह एक ऐसी क्रांति की शुरुआत है, जिसमें बेटियां सिर्फ रक्षक नहीं, बल्कि योद्धा भी बनेंगी।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को झारखंड के विभिन्न जिलों में ले जाने की योजना पर भी काम चल रहा है, जिससे अधिक से अधिक बच्चियां लाभान्वित हो सकें।