एनएमएल में मनाया गया 84वाँ सीएसआईआर स्थापना दिवस 2025, विज्ञान और नवाचार पर जोर

SHARE:

जमशेदपुर, संवाददाता:
वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) की राष्ट्रीय धातुकर्म प्रयोगशाला (एनएमएल) ने बुधवार को अपने सभागार में 84वाँ सीएसआईआर स्थापना दिवस मनाया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. संदीप कुमार कर, कार्यकारी निदेशक, आरडीसीआईएस, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया (सेल), और मंचासीन अतिथियों के रूप में डॉ. संदीप घोष चौधुरी, निदेशक, सीएसआईआर-एनएमएल, डॉ. संजय कुमार, मुख्य वैज्ञानिक, और श्री जय शंकर शरण, नियंत्रक प्रशासन, सीएसआईआर-एनएमएल उपस्थित रहे।


कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन से हुआ। निदेशक डॉ. संदीप घोष चौधुरी ने मंचासीन अतिथियों, एनएमएल के सेवानिवृत्त कर्मियों, वैज्ञानिकों और आमंत्रित जनों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि सीएसआईआर 84 वर्षों से आधुनिक भारत की ज्ञान-रीढ़ और नवाचार की ध्वजवाहकरही है। 1942 में स्थापना के समय दूरदर्शी नेताओं जैसे सर शांति स्वरूप भटनागर ने वैज्ञानिक अनुसंधान की नींव रखी। आज सीएसआईआर के पास 38 राष्ट्रीय प्रयोगशालाएँ, 39 आउटरीच केंद्र और 3 नवाचार परिसर हैं, जो कृषि, एयरोस्पेस, स्वास्थ्य, ऊर्जा, डिजिटल प्रौद्योगिकी और सतत विकास सहित विभिन्न क्षेत्रों में योगदान दे रहे हैं।


डॉ. घोष चौधुरी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा विकसित भारत के चार स्तंभोंआर्थिक विकास, सामाजिक समानता, स्थिरता एवं जलवायु सहनशीलता और वैश्विक नेतृत्वपर आधारित दृष्टि को साकार करने में सीएसआईआर की केंद्रीय भूमिका है।


मुख्य अतिथि डॉ. संदीप कुमार कर ने औद्योगिक दृष्टिकोण से और राष्ट्र के आत्मनिर्भर भारत मिशन के अनुरूप उद्योगों की चुनौतियों को हल करने हेतु सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कच्चे माल की नमी प्रबंधन, ऊर्जा बचत, कार्बन फुटप्रिंट में कमी, एलडी स्लैग उपयोग, उन्नत इस्पात प्रौद्योगिकियों सहित कई महत्वपूर्ण विषयों पर ध्यान केंद्रित किया।

कर्मचारियों और बच्चों के लिए कार्यक्रम
84वें स्थापना दिवस पर एनएमएल कर्मचारियों के आश्रित बच्चों के लिए निबंध और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएँ आयोजित की गई। विजेताओं को मुख्य अतिथि और निदेशक द्वारा सम्मानित किया गया।

  • मेधावी छात्र पुरस्कार (12वीं परीक्षा में ≥90% अंक वाले) :
    • सुश्री देबादृता पाल – 98.75% अंक; गणित और कंप्यूटर विज्ञान में 100% अंक।
    • सुश्री देबादृता पाल को IIT BHU और श्री रूपम सिंह को अखिल भारतीय प्रतियोगिता 2025 उत्तीर्ण करने के बाद IIT खड़गपुरमें प्रवेश मिला।
  • निबंध प्रतियोगिता विजेता
    • कक्षा 5-8: प्रथम – पार्वती; द्वितीय – सक्षम शर्मा; तृतीय – आदर्श कुमार
    • कक्षा 9-12: प्रथम – नव्या श्रीवास्तव; द्वितीय – रीमा कुमारी मुदी; तृतीय – अक्षिता राज
  • चित्रकला प्रतियोगिता पुरस्कार विजेता
    • जेश्विता, अनुभवी, आराध्या सिंह, हव्यास्री, प्रकृत कुमार, नभ श्रीवास्तव, स्निग्धा बागुई, सारन्या बेहरा, अनोखी, आर्यन सिंह गौर, जी. प्रणवी, प्रियंका कुमारी मुदी, रीमा कुमारी मुदी, एस.एल.वी. जयश्री

सेवानिवृत्त और लंबे समय तक सेवा देने वाले कर्मचारियों का सम्मान
कार्यक्रम में 25 वर्ष सेवा पूरी करने वाले कर्मचारी और 31 अगस्त 2025 तक सेवानिवृत्त कर्मचारी सम्मानित किए गए। श्री जय शंकर शरण ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।