घाटशिला, 29 जून 2025:
पूर्वी सिंहभूम जिले के कई प्रखंडों में बीते 24 घंटों से हो रही मूसलाधार बारिश ने बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न कर दी है। घाटशिला, बहरागोड़ा, मुसाबनी, डुमरिया और गुड़ाबंदा क्षेत्रों में जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। नदियों के जलस्तर में अचानक हुई वृद्धि ने आम लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
नदियाँ उफान पर, कॉलोनियाँ जलमग्न
रविवार को स्वर्णरेखा और गुर्रा नदी समेत कई छोटी-बड़ी नदियाँ व नाले उफान पर देखे गए। घाटशिला रेलवे स्टेशन के समीप स्थित बिहारी कॉलोनी पूरी तरह जलमग्न हो चुकी है। कॉलोनी के घरों, दुकानों, मंदिरों और स्कूलों में पानी घुस गया है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि रेलवे द्वारा निर्मित जलनिकासी नाली पहले राहत देती थी, लेकिन कुछ लोगों द्वारा नाली पर अवैध निर्माण किए जाने से निकासी अवरुद्ध हो गई, जिससे आज फिर से बाढ़ की गंभीर समस्या खड़ी हो गई है।
पुल-पुलियाओं पर पानी, संपर्क मार्ग ठप
मुसाबनी से डुमरिया व गुड़ाबंदा को जोड़ने वाली शंख नदी पर स्थित बाकड़ा पुलिया के ऊपर से पानी बहने लगा है, जिससे इस रूट पर आवागमन पूरी तरह ठप हो गया है।
वहीं खड़बंध स्कूल में भी पानी घुस गया है, जिससे बच्चों और स्कूल स्टाफ को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
अस्पताल में भी पानी, मरीज परेशान
ओडिशा सीमा से सटे गुड़ाबंदा प्रखंड के बनमाकड़ी अस्पताल में तीन से चार फीट तक पानी घुस चुका है। OPD सेवाएं प्रभावित हैं और अस्पताल परिसर घुटने तक पानी में डूबा है। इलाजरत मरीजों व कर्मियों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीण क्षेत्रों में भी संकट, प्रशासन सतर्क
बहरागोड़ा प्रखंड के प्रतापपुर गांव में भी हालात गंभीर हो चुके हैं। स्थानीय निवासी गोपाल ने बताया कि पूरा गांव और आस-पास के इलाके पानी में डूबे हुए हैं।
स्थानीय प्रशासन ने राहत कार्यों के लिए टीमें सतर्क कर दी हैं और हालात पर नजर रखी जा रही है। हालांकि बारिश जारी रहने के कारण जलस्तर में तत्काल कमी की संभावना नहीं दिख रही है।
