जमशेदपुर में भारी बारिश का कहर : जनजीवन अस्त-व्यस्त, रेलवे की 27 ट्रेनें रद्द, जीएम का दौरा भी प्रभावित

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348 मिमी बारिश से ट्रैक डूबे, ट्रेनों की रफ्तार थमी, वैकल्पिक मार्ग से चल रहीं लंबी दूरी की ट्रेनें

जमशेदपुर, 19 जून:
पिछले तीन दिनों से हो रही मूसलधार बारिश ने जमशेदपुर समेत झारखंड के पश्चिमी हिस्से में जनजीवन पूरी तरह से ठप कर दिया है। सड़कों से लेकर रेलवे ट्रैक तक हर ओर पानी ही पानी नजर आ रहा है। सबसे ज्यादा असर रेलवे परिचालन पर पड़ा है। पानी भरने के कारण 27 ट्रेनें रद्द कर दी गईं हैं, वहीं पांच लंबी दूरी की ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित कर परिचालन किया जा रहा है।मौसम विभाग के अनुसार, पूर्वी सिंहभूम, पश्चिम सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां और सिमडेगा जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। तीन दिनों में 348 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है, जिससे रेल पटरियों पर दो से तीन फीट तक पानी जमा हो गया है। खासकर टाटानगर रेलवे यार्ड और अंडरपास में जल-जमाव की स्थिति गंभीर बनी हुई है।

रेल ट्रैक पर जलजमाव, डीआरएम पहुंचे मौके पर

जैसे ही स्थिति की सूचना मिली, चक्रधरपुर रेल मंडल के डीआरएम तरुण हुरिया स्वयं टाटानगर स्टेशन पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। ट्रैक से पानी निकालने के लिए जेसीबी मशीनों की मदद ली गई। सुबह साढ़े 10 बजे से ट्रैक के किनारे बने सीमेंटेड रास्तों को काटकर जल निकासी शुरू की गई। हालांकि लगातार बारिश के कारण पानी की निकासी धीमी है और ट्रेनें धीमी गति से चलाई जा रही हैं।

अंडरपास बना परेशानी की जड़

रेलवे के अनुसार, लोको शेड से इंजनों को जोड़ने के लिए टाटानगर स्टेशन में लगभग 500 मीटर लंबा अंडरपास बनाया गया है। लेकिन इस अंडरपास के निर्माण के बाद से जल निकासी की कोई समुचित व्यवस्था नहीं की गई है। ऊपरी क्षेत्र से बहकर आने वाला पानी इस अंडरपास में जमा हो रहा है जिससे हर बारिश में ट्रैक जलमग्न हो जा रहा है। रेल प्रशासन की लापरवाही के चलते यह तकनीकी खामी बड़ी समस्या में बदल गई है।

रेल महाप्रबंधक का दौरा रद्द, दिए सख्त निर्देश

इस बीच, दक्षिण पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक अनिल कुमार मिश्रा गुरुवार को खड़गपुर से टाटानगर होते हुए झारसुगुड़ा के निरीक्षण दौरे पर निकलने वाले थे। लेकिन ट्रैक पर पानी भर जाने के कारण उन्हें चक्रधरपुर से ही वापस लौटना पड़ा। टाटानगर पहुंचने के बाद उन्होंने रेलवे अधिकारियों और इंजीनियरिंग विभाग को तत्काल प्रभावी कदम उठाने और जलनिकासी को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। इसके बाद वे कोलकाता रवाना हो गए।

रेलवे प्रशासन का बयान

डीआरएम तरुण हुरिया ने कहा –

“टाटानगर में पिछले तीन दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण ट्रैक पर जल-जमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। सभी नालियां भी भर चुकी थीं। पानी की निकासी का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। दो से तीन घंटे में पूरा पानी निकाल लिया जाएगा। ट्रेनें फिलहाल धीमी गति से चलाई जा रही हैं।”

स्थिति अब भी गंभीर

रेल प्रशासन की ओर से ट्रेनों को धीरे चलाया जा रहा है और फील्ड स्टाफ लगातार ट्रैक पर नजर रखे हुए हैं। बारिश थमने के बाद ही स्थिति सामान्य हो पाएगी। फिलहाल यात्रियों से अपील की गई है कि यात्रा से पहले रेलवे की वेबसाइट या हेल्पलाइन नंबर से जानकारी प्राप्त कर लें।


प्रभावित ट्रेनें:

  • रद्द की गईं: 68085, 68086, 18184, 18185 समेत कुल 27 ट्रेनें
  • परिवर्तित मार्ग से चलाई जा रही ट्रेनें: 5

नोट: जल-जमाव के कारण अभी और भी ट्रेनों के रद्द होने या विलंब से चलने की संभावना है। यात्रियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

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