Ranchi : राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स), रांची के निदेशक डॉ. राज कुमार ने मंगलवार को अस्पताल भवन का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान संस्थान की अव्यवस्थित स्थिति और भवन की जर्जर दशा देखकर निदेशक ने गहरी नाराज़गी जताई और तत्काल सुधारात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए।
निरीक्षण में फिजियोथेरेपी विभाग के पास ग्राउंड फ्लोर की दीवार में सीलन, प्लास्टर झड़ने और लोहे की छड़ें बाहर निकलने की स्थिति सामने आई। निदेशक ने इन खामियों को गंभीरता से लेते हुए तत्काल मरम्मत का आदेश दिया। विभाग की टूटी हुई छत और अन्य कमजोर हिस्सों की मरम्मत को भी प्राथमिकता देने को कहा गया।
निरीक्षण के दौरान हड्डी रोग विभाग की हालत सबसे ज्यादा जर्जर पाई गई। यहां के ऑपरेशन थिएटर (OT) की छत टूटी हुई थी और उसमें से लोहे की छड़ें बाहर दिख रही थीं। डॉ. राज कुमार ने इसे मरीजों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बताया और तत्काल वैकल्पिक OT की व्यवस्था करने के निर्देश दिए ताकि किसी भी स्थिति में इलाज प्रभावित न हो।
इमारत के विभिन्न हिस्सों में सीलन, मकड़ी के जाले और दीवारों से निकली छड़ें आम देखी गईं। निदेशक ने गहरी नाराज़गी जताते हुए तत्काल सफाई और आवश्यक मरम्मत कराने का आदेश दिया। निरीक्षण के दौरान यह भी पाया गया कि अस्पताल भवन की बाहरी दीवारों के पास पेड़ उग आए हैं, जो सुरक्षा के लिहाज से खतरनाक हैं। इस पर उन्होंने नाराज़गी जताई और पेड़ हटाकर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया।
निरीक्षण के दौरान अपर निदेशक (प्रशासन) श्रीमती सीमा सिंह, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. हिरेन्द्र बिरुआ, उप चिकित्सा अधीक्षक डॉ. शैलेश त्रिपाठी, डॉ. अजय कुमार, संपदा पदाधिकारी डॉ. शिव प्रिय सहित कई विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
डॉ. राज कुमार ने स्पष्ट किया कि अस्पताल भवन की सुरक्षा और स्वच्छता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा और लापरवाही पाए जाने पर जवाबदेही तय की जाएगी।
