petrol and diesel may become cheaper : कच्चे तेल की कीमत में भाटी गिरावट, पेट्रोल-डीजल हो सकता है सस्ता

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New Delhi : कच्चे तेल की कीमतों में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। ब्रेंट क्रूड ऑयल 70 डॉलर प्रति बैरल के नीचे आ गया है, जो अक्टूबर के बाद पहली बार हुआ है। वैश्विक बाजारों में कमजोर मांग और बढ़ते उत्पादन के संकेतों के कारण तेल की कीमतों में 2% से अधिक की गिरावट दर्ज की गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर यही रुझान जारी रहा तो आने वाले दिनों में कच्चे तेल की कीमतें और कम हो सकती हैं। इससे भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में भी राहत मिल सकती है।

कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट जारी

बुधवार को भी तेल की कीमतों में गिरावट देखी गई।

ब्रेंट क्रूड वायदा 0.3% गिरकर 70.80 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।

यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) क्रूड 0.9% गिरकर 67.68 डॉलर प्रति बैरल हो गया।


एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज के अनुसार, कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का सीधा लाभ भारत की तेल विपणन कंपनियों (OMCs) को मिल सकता है।


क्या और सस्ता होगा कच्चा तेल? ये 3 बड़े संकेत

विशेषज्ञों के अनुसार, दुनियाभर में ऐसे कई संकेत मिल रहे हैं, जिनसे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने वाले समय में कच्चे तेल की कीमतों में और गिरावट हो सकती है।

1. रूस पर लगे प्रतिबंधों में ढील संभव

अमेरिका और उसके सहयोगी देश रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के प्रयास कर रहे हैं। इसके तहत अमेरिका रूस पर लगे कुछ आर्थिक प्रतिबंधों में ढील देने पर विचार कर रहा है। अगर ऐसा हुआ तो रूस से तेल निर्यात में वृद्धि हो सकती है, जिससे वैश्विक तेल आपूर्ति बढ़ेगी और कीमतें और गिर सकती हैं।

2. OPEC+ का उत्पादन बढ़ाने का फैसला

OPEC+ ने अप्रैल से अपने तेल उत्पादन में 138,000 बैरल प्रतिदिन की बढ़ोतरी करने का निर्णय लिया है। यह वृद्धि साल 2022 के बाद पहली बार देखने को मिलेगी। OPEC+ देशों का कहना है कि यह निर्णय अमेरिका के दबाव के कारण लिया गया है, ताकि वैश्विक बाजार में तेल की कीमतों को नियंत्रित किया जा सके।

3. अमेरिकी टैरिफ का प्रभाव

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा और मैक्सिको से आयातित उत्पादों पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा की है। इससे वैश्विक व्यापार और ईंधन की मांग प्रभावित हो सकती है, जिससे कच्चे तेल की कीमतों पर और दबाव बढ़ेगा और इसके दाम घट सकते हैं।

क्या भारत में सस्ता होगा पेट्रोल-डीजल?

कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के कारण भारत में भी पेट्रोल-डीजल के दाम घटने की उम्मीद है। अगर तेल कंपनियां अंतरराष्ट्रीय बाजार में घटती कीमतों का लाभ उपभोक्ताओं तक पहुंचाती हैं, तो जल्द ही पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बड़ी कटौती हो सकती है। इससे देश में महंगाई को नियंत्रित करने में भी मदद मिलेगी।

आने वाले दिनों में अगर तेल की कीमतों में गिरावट जारी रहती है, तो भारतीय उपभोक्ताओं को राहत मिल सकती है। हालांकि, यह पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करेगा कि सरकार और तेल कंपनियां कीमतों में कटौती करने का फैसला कब लेती हैं।

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