Jamshedpur :पूर्वी सिंहभूम जिले में राज्य विधवा पुनर्विवाह प्रोत्साहन योजना के तहत पहली लाभार्थी श्रीमती दुर्गी देवी को 2 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि का चेक जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त श्री अनन्य मित्तल ने प्रदान किया। यह कार्यक्रम उपायुक्त कार्यालय कक्ष में आयोजित किया गया, जहां श्री मित्तल ने दंपत्ति को उज्ज्वल भविष्य और सफल गृहस्थ जीवन की शुभकामनाएं दीं।
उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार की यह महत्वाकांक्षी योजना समाज में विधवा पुनर्विवाह को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू की गई है। इस योजना से न केवल विधवाओं को सामाजिक स्वीकृति मिलेगी, बल्कि उन्हें आर्थिक सहयोग भी प्राप्त होगा, जिसका उपयोग वे अपने जीवन को बेहतर बनाने में कर सकेंगी।
संप्रेक्षण गृह और बाल गृह के चार नवनियुक्त पदाधिकारियों को मिला नियुक्ति पत्र
इस अवसर पर जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त ने संप्रेक्षण गृह एवं बाल गृह के लिए चार नवनियुक्त पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र भी प्रदान किए। गृहपति के पद पर सुजित महतो, परिवीक्षा पदाधिकारी के रूप में सुचांद महतो, काउंसलर के तौर पर कविता कुमारी सिंह और पारा चिकित्सा कर्मी के रूप में संगीता गोडसोरा को नियुक्त किया गया है।
श्री मित्तल ने सभी नवनियुक्त कर्मियों को बधाई देते हुए कहा कि उन्हें अपने दायित्वों को पूरी ईमानदारी और गंभीरता के साथ निभाना होगा। उन्होंने निर्देश दिया कि संप्रेक्षण गृह और बाल गृह को आदर्श केंद्रों के रूप में विकसित किया जाए। नियमित निरीक्षण सुनिश्चित करने के साथ-साथ सुरक्षा व्यवस्था और सीसीटीवी मॉनिटरिंग पर विशेष ध्यान दिया जाए।
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि इन संस्थानों में रह रहे बच्चों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। उनका उद्देश्य बच्चों को सुधार कर समाज की मुख्यधारा में लौटाना होना चाहिए। इसके लिए कर्मियों को अपने आचरण और व्यवहार को उच्च स्तर पर बनाए रखना होगा और किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
इस दौरान जिला समाज कल्याण पदाधिकारी संध्या रानी, डीसीपीओ और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
यह आयोजन न केवल विधवा पुनर्विवाह प्रोत्साहन योजना के सफल कार्यान्वयन का उदाहरण है बल्कि समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।