Adityapur :आदित्यपुर सालडीह बस्ती निवासी और कंपनी के गार्ड रतन गोराई हत्याकांड का पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा कर दिया है। इस मामले में पत्नी मेनका गोराई और उसके प्रेमी राजू डे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
कैसे हुआ हत्याकांड का पर्दाफाश?
सरायकेला एसडीपीओ समीर कुमार सेवइयां ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि 25 जनवरी को रतन गोराई अचानक लापता हो गया था। उसकी पत्नी मेनका गोराई ने आदित्यपुर थाना में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी। मामले की छानबीन के दौरान, पुलिस को 26 जनवरी को भाटिया बस्ती टोल प्लाजा के पास झाड़ियों से रतन गोराई का शव बरामद हुआ, जिस पर चाकू से वार के गहरे निशान थे।
पत्नी का प्रेम-प्रसंग बना मौत की वजह
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि रतन गोराई की पत्नी मेनका गोराई का राजू डे नामक युवक के साथ अवैध संबंध था। रतन गोराई इसका विरोध कर रहा था, जिससे मेनका और उसका प्रेमी राजू डे परेशान थे। इसी वजह से दोनों ने मिलकर हत्या की साजिश रची।
राजू डे ने इस वारदात को अंजाम देने के लिए अपने सहयोगी राहुल तिवारी उर्फ गोलू की मदद ली। उन्होंने रतन गोराई का पहले गला घोंटा और फिर चाकू से वार कर हत्या कर दी। इस हत्याकांड के बदले राहुल तिवारी को 6,000 रुपये दिए गए थे।
हत्या के लिए पहले भी की थी कोशिश
एसडीपीओ के अनुसार, राजू डे और राहुल तिवारी ने पहले भी रतन गोराई की हत्या करने की कोशिश की थी। उन्होंने आदित्यपुर चांदनी चौक और फुटबॉल मैदान में टुसू मेले के दौरान वारदात को अंजाम देने की योजना बनाई थी, लेकिन पुलिस की सतर्कता के चलते वे विफल रहे। अंततः 25 जनवरी को उन्होंने अपने मंसूबे को पूरा कर लिया।
पुलिस ने बरामद किए हत्या में इस्तेमाल हथियार
पुलिस ने इस मामले में कई अहम सुराग जुटाए हैं। हत्याकांड में इस्तेमाल किए गए चाकू, गमछा (गला दबाने के लिए), मोटरसाइकिल और मृतक का मोबाइल फोन बरामद कर लिया गया है। इस केस की जांच के लिए गठित छापामारी दल में आदित्यपुर थाना प्रभारी राजीव कुमार समेत पुलिस पदाधिकारी और सशस्त्र बल शामिल थे।