जमशेदपुर, 2 अगस्त 2025
पूर्वी सिंहभूम जिले में 1 से 7 अगस्त 2025 तक विश्व स्तनपान सप्ताह मनाया जा रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य नवजात शिशुओं के बेहतर पोषण, स्वास्थ्य और भविष्य को सुरक्षित बनाना है। इस अवसर पर जिला प्रशासन ने माताओं, परिवारों और समुदायों से स्तनपान के महत्व को समझने और अपनाने की अपील की है।जिला उपायुक्त श्री कर्ण सत्यार्थी ने कहा कि स्तनपान केवल पोषण ही नहीं, बल्कि नवजात के जीवन की सुरक्षा का पहला कदम है। जन्म के पहले घंटे में शिशु को स्तनपान कराने से उसे संपूर्ण पोषण के साथ-साथ प्रारंभिक रोग प्रतिरोधक क्षमता भी प्राप्त होती है, जो जीवन के शुरुआती चरण में संक्रमण और बीमारियों से बचाव में मददगार होती है।
सप्ताह भर चलने वाले इस कार्यक्रम के तहत जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के स्वास्थ्य केंद्रों, सामुदायिक भवनों और आंगनबाड़ी केंद्रों में जागरूकता अभियान और परामर्श सत्र आयोजित किए जा रहे हैं। स्वास्थ्यकर्मी और आंगनबाड़ी सेविकाएं माताओं को समय पर स्तनपान कराने के लाभ और शिशु पालन से जुड़े भ्रांतियों के बारे में जानकारी दे रही हैं।उपायुक्त ने सभी माताओं, अभिभावकों और समुदाय के सदस्यों से अपील की कि वे स्तनपान को बढ़ावा दें, क्योंकि यही नवजात शिशु के स्वस्थ भविष्य की नींव है। समय पर और नियमित स्तनपान शिशु के पोषण, रोग प्रतिरोधक क्षमता और मां-बच्चे के रिश्ते को मजबूत बनाता है।
गौरतलब है कि विश्व स्तनपान सप्ताह हर वर्ष 1 से 7 अगस्त तक मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य विशेष रूप से जन्म के पहले छह महीनों तक केवल स्तनपान को प्रोत्साहित करना और मातृ-शिशु स्वास्थ्य के वैश्विक लक्ष्यों को प्राप्त करना है। पूर्वी सिंहभूम में यह पहल जिला प्रशासन और जनसंपर्क विभाग की सक्रिय भागीदारी से संचालित की जा रही है।टीम पीआरडी (पूर्वी सिंहभूम) इस अभियान के दौरान अधिकतम जनभागीदारी और जागरूकता सुनिश्चित करने के लिए लगातार कार्यरत है।