Jamshedpur : सीएसआईआर-राष्ट्रीय धातुकर्म प्रयोगशाला (एनएमएल), टाटा स्टील और एनआईटी जमशेदपुर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी “बिहाइंड द टीचर्स डेस्क (बीटीटीडी-2025)” का भव्य समापन आज एनआईटी जमशेदपुर में संपन्न हुआ। भारतीय धातु संस्थान (आईआईएम) जमशेदपुर चैप्टर द्वारा आयोजित इस आयोजन में देशभर के प्रमुख तकनीकी संस्थानों के 150 से अधिक विद्यार्थियों और विशेषज्ञों ने भाग लिया।
इस संगोष्ठी में 78 तकनीकी शोध-पत्र प्रस्तुत किए गए, जिनमें धातु विज्ञान और सामग्री विज्ञान से जुड़े विविध पहलुओं पर चर्चा हुई। कार्यक्रम के दूसरे दिन टाटा स्टील की एचआरबीपी कॉर्पोरेट फंक्शंस प्रमुख सुश्री दीबा अहमद ने मुख्य वक्ता के रूप में छात्रों से संवाद किया। उन्होंने करियर में आत्मविकास, कौशल निर्माण और उत्सुकता प्रबंधन जैसे विषयों पर विस्तृत चर्चा की।
समापन सत्र की अध्यक्षता एनएमएल के मुख्य वैज्ञानिक एवं आईआईएम जमशेदपुर चैप्टर के उपाध्यक्ष डॉ. वी. सी. श्रीवास्तव ने की, जिन्होंने जेएएमआईपीओएल की प्रबंध निदेशक सुश्री स्वस्तिका बसु का स्वागत किया। सुश्री बसु ने कार्यक्रम के अद्वितीय प्रारूप और छात्र-केंद्रित गतिविधियों की सराहना की।

एनआईटी जमशेदपुर के धातुकर्म विभागाध्यक्ष प्रो. अशोक कुमार ने फीडबैक सत्र का संचालन किया, जिसमें छात्रों ने आयोजन को और अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए कई सुझाव दिए। इस अवसर पर आईआईएम के वरिष्ठ सदस्य एवं पूर्व एसोसिएट प्रोफेसर श्री बी. के. सिंह को उनके शैक्षणिक योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के संयोजक डॉ. प्रेमकुमार (सीएसआईआर-एनएमएल), डॉ. पौलमी माजी (एनआईटी जमशेदपुर), एवं श्री मनीष भादू (टाटा स्टील) ने प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। पुरस्कार वितरण समारोह में 19 छात्रों को सर्वश्रेष्ठ मौखिक प्रस्तुति तथा 6 छात्रों को मेटा-क्विज प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का समापन एक सांस्कृतिक संध्या के साथ हुआ जिसमें छात्रों ने अपनी प्रतिभा से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। आगामी 27 जून को प्रतिभागियों के लिए टाटा स्टील, टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स, जेएएमआईपीओएल, टिनप्लेट कंपनी और सीएसआईआर-एनएमएल में औद्योगिक भ्रमण की व्यवस्था की गई है।