साहिबगंज: मंडरो अंचल अंतर्गत किर्तनिया, नयानगर, गौरीपुर समेत सीमावर्ती बिहार के रास्ते प्रतिदिन पत्थर चिप्स लदा सैकड़ो ट्रैक्टर और मिनी हाईवा का परिचालन दिन के उजाले के साथ साथ रात के अंधेरे में खुलेआम हो रहा है जबकि प्रतिमाह खनन टास्क फोर्स के अध्यक्ष सह उपायुक्त की अध्यक्षता में खनन टास्क फोर्स की बैठक होती है और पूरी माह में की गई कार्रवाई की समीक्षा होती है जहां खनन टास्क फोर्स के तमाम अधिकारीयों को आवश्यक निर्देश दिया जाता है। वही बैठक के दौरान दिया गया निर्देश सिर्फ कागज तक ही सीमित रह जाता है। इतना ही नही मिर्जाचौकी थाना क्षेत्र के पहाड़पुर मौजा स्थित वन भूमि के रास्ते प्रतिदिन अवैध पत्थर से लदा ट्रैक्टर और मिनी हाईवा का परिचालन खुलेआम हो रहा है। जहां वन विभाग के अधिकारी कार्रवाई के नाम पर सिर्फ कागजी खानापूर्ति कर रहे हैं। वही अवैध परिवहन से खनन विभाग को प्रतिदिन लाखों रुपए के राजस्व का नुकसान हो रहा है। इधर चाय दुकान और सामाजिक कार्यकर्ता में खूब चर्चा है कि खनन विभाग को भले राजस्व की क्षति हो रही है लेकिन जिम्मेदार पदाधिकारियों को इसी के आड़ में मोटी आमदनी का जरिया बन गया है। वही मिर्जाचौकी थाना क्षेत्र के प्रत्येक बिहार के सीमावर्ती सड़क पर अवैध परिवहन करने वाले वाहनों से निर्धारित शुल्क की वसूली होती है जहां इन सभी बातों से कोई भी जिम्मेदार पदाधिकारी अंजान नही है। मालूम हो कि पत्थर खदान क्रशर प्लांट तक पत्थर का ढुलाई करने वाले अधिकतर वाहनों में परिवहन विभाग से निबंधित नंबर तक अंकित नही कर रखा है। जहां रविवार को नया नगर पावर सब स्टेशन के पास एक पत्थर चिप्स से लदा हुआ हाईवा को देखा गया उस वाहन के आगे पीछे किसी प्रकार का निबंधित नंबर अंकित नही था। वही अवैध पत्थर चिप्स की ढुलाई करने वाले अधिकतर वाहन चालकों के पास ना ही इंश्योरेंस प्रमाण पत्र, ना ही वाहन बीमा प्रमाण पत्र और ना ही राज्य परमिट रहता है। जहां जिले के जिम्मेदार अधिकारी मूकदर्शक बनकर बीच बीच में सिर्फ कागजी कार्रवाई करने के लिए पहुंचते हैं और खानापूर्ति कर मुख्यालय लौट जाते हैं।
