सरायकेला-खरसावाँ जिले में पुलिस प्रशासन ने वर्तमान फ़सलीय वर्ष में अफीम की अवैध खेती की संभावना को पूरी तरह नगण्य बनाने के उद्देश्य से प्री–कल्टीवेशन ड्राइव की शुरुआत की है। इस अभियान के तहत पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में दलभंगा ओपी परिसर में स्थानीय मानकी मुण्डा एवं जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में बैठक आयोजित की गई।
बैठक में ग्रामीणों को संबोधित करते हुए सरायकेला अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने अफीम की खेती के दुष्प्रभावों और इससे जुड़े कानूनी प्रावधानों की विस्तृत जानकारी स्थानीय भाषा में दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि अफीम की अवैध खेती न केवल कानूनन अपराध है, बल्कि समाज और आने वाली पीढ़ियों के लिए भी गंभीर खतरा है।
इस दौरान स्थानीय मानकी मुण्डा और जनप्रतिनिधियों ने अपने विचार साझा किए और सभी ने मिलकर यह शपथ ली कि वे किसी भी स्थिति में अफीम की खेती नहीं करेंगे। ग्रामीणों को अफीम की जगह वैकल्पिक खेती अपनाने के लिए भी प्रेरित किया गया।पुलिस ने आश्वासन दिया कि वैकल्पिक खेती को बढ़ावा देने में प्रशासन हर संभव सहयोग करेगा। इसके साथ ही जिले के विभिन्न क्षेत्रों में जनजागरूकता अभियान चलाकर लोगों को नशामुक्त समाज और वैकल्पिक आजीविका की दिशा में प्रोत्साहित किया जाएगा।