Jamshedpur : आदिम जनजातीय समूह (PVTG) से आने वाली अप्पो गांव की रहने वाली मनु सबर की जिंदगी में बदलाव की कहानी आज पूरे क्षेत्र के लिए मिसाल बन गई है। पारंपरिक खेती पर निर्भर मनु कभी अपनी बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए जूझती थीं, लेकिन अब उन्होंने खेती को ही आर्थिक आत्मनिर्भरता का ज़रिया बना लिया है।

सरकार द्वारा चलाई जा रही प्रधानमंत्री जनजातीय सशक्तिकरण अभियान (PM JANMAN) और धरती आबा अभियान के तहत जिला प्रशासन ने लक्षित हस्तक्षेप करते हुए मनु को 28 फरवरी 2025 को ₹35,000 का किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) उपलब्ध कराया।

इस सहायता राशि से उन्होंने उन्नत किस्म के बीज और उर्वरकों की खरीद की और सब्जी की खेती शुरू की। शुरुआत में उन्होंने स्थानीय बाजार में बिक्री की, फिर गाँव में आने वाले व्यापारियों से संपर्क कर नियमित आपूर्ति भी शुरू कर दी। हर 2-3 दिन में हो रही नकद आमदनी से अब न केवल उनका घर चलता है, बल्कि उन्होंने छोटे कृषि उपकरण भी खरीद लिए हैं।

“पहले हम केवल दो समय की रोटी के लिए संघर्ष करते थे, अब खुद की कमाई से बच्चों की जरूरतें भी पूरी हो रही हैं,” – मनु सबर ने मुस्कुराते हुए बताया।
उनकी यह सफलता केवल एक महिला किसान की नहीं, बल्कि पूरे सबर समुदाय के लिए प्रेरणास्त्रोत बन चुकी है। आत्मविश्वास से भरी मनु अब गांव की अन्य महिलाओं को भी कृषि नवाचार अपनाने के लिए प्रेरित कर रही हैं।

PM JANMAN और धरती आबा अभियान के तहत की गई यह पहल दर्शाती है कि यदि सही समय पर वित्तीय सहायता और मार्गदर्शन मिले, तो ग्रामीण और जनजातीय समाज में भी बदलाव संभव है। “धरती से जुड़कर आत्मनिर्भरता की ओर” – इस मूल मंत्र को मनु सबर ने अपने जीवन में सच कर दिखाया है।