मार्च में झारखंड में तापमान 41 डिग्री, पानी की समस्या गहराई
झारखंड में इस साल मार्च के महीने में ही पारा 41 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। तेज गर्मी ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है, और कई इलाकों में जल संकट गहराता जा रहा है। गर्मी के बढ़ते प्रकोप के कारण तालाब, कुएं और नलकूप सूखने लगे हैं, जिससे लोगों को पीने के पानी के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।
मौसम विभाग की भविष्यवाणी: जल्द आ सकती है राहत
मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में राज्य के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश होने की संभावना है। अगर ऐसा होता है, तो भीषण गर्मी से थोड़ी राहत मिल सकती है और जल संकट भी कुछ हद तक कम हो सकता है।
पानी की बचत जरूरी: जानें कैसे करें जल संरक्षण
भीषण गर्मी और जल संकट को देखते हुए अब जल संरक्षण पर ध्यान देना जरूरी हो गया है। पानी की बर्बादी रोकने के लिए रेनवाटर हार्वेस्टिंग, नलकूपों के उचित उपयोग और पानी के अनावश्यक बहाव को रोकने जैसे उपाय अपनाने चाहिए।
