बरहेट/साहिबगंज, 30 जून 2025: शहीद सिदो-कान्हू की ऐतिहासिक धरती भोगनाडीह में आयोजित हूल दिवस समारोह इस बार विवादों और हिंसा की भेंट चढ़ गया। जहां शहीदों के वंशजों को कार्यक्रम स्थल पर प्रवेश नहीं दिए जाने की खबर से स्थानीय ग्रामीणों में गहरा आक्रोश फैल गया, जो देखते ही देखते हिंसक प्रदर्शन में तब्दील हो गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार, उग्र भीड़ ने तीर-धनुष से हमला कर दिया। उधर जवाब में पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस का प्रयोग करना पड़ा। इस दौरान कई पुलिसकर्मी घायल हो गए, जबकि एक पुलिस पदाधिकारी पर कुल्हाड़ी से हमला किए जाने की भी सूचना है।
घटना के बाद इलाके में अफरातफरी मच गई और पूरा क्षेत्र तनावपूर्ण माहौल में आ गया। वही कार्यक्रम को पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है, और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी मौके पर मौजूद हैं।
स्थानीय जनता का आरोप: “शहीदों के वारिसों का हो रहा अपमान”
वही ग्रामीणों और सामाजिक संगठनों का आरोप है कि सरकार जानबूझकर शहीद सिदो-कान्हू के वंशजों की उपेक्षा कर रही है और उन्हें हूल दिवस जैसे ऐतिहासिक आयोजनों से बाहर रखने का प्रयास कर रही है। इसी उपेक्षा की भावना ने आज जनता के धैर्य को तोड़ दिया, जो घटना का कारण बनी।
स्थिति नियंत्रण में, जांच जारी
फिलहाल स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है, पर माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। घायल पुलिसकर्मियों का इलाज निकटवर्ती स्वास्थ्य केंद्रों में चल रहा है। प्रशासनिक स्तर पर मामले की जांच शुरू कर दी गई है और आधिकारिक बयान का इंतजार किया जा रहा है।