जमशेदपुर, 9 मई — बिरसा नगर जोन नंबर दो में स्थित आदिवासी कृषक लोगेन सिंह भूमिज की जमीन पर बिना अंचल अधिकारी की रिपोर्टिंग एवं वैधानिक भूमि सत्यापन के जेएनएसी द्वारा तालाब निर्माण की कोशिश का सामाजिक संगठनों ने कड़ा विरोध किया है।

इस संदर्भ में सामाजिक सेवा संघ के अध्यक्ष सह मजदूर नेता राजेश सामंत के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने आज जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति (जेएनएसी) के विशेष पदाधिकारी से मुलाकात की और लिखित आपत्ति दर्ज कराई।

प्रतिनिधिमंडल ने जानकारी दी कि यह जमीन लगभग 50 वर्षों से लोगेन सिंह भूमिज द्वारा कृषि कार्य हेतु उपयोग में लाई जा रही है, जिसे जमशेदपुर अंचल अधिकारी की रिपोर्ट में भी स्पष्ट रूप से दर्ज किया गया है। भूमिज परिवार द्वारा उस जमीन पर कांटे की बाड़ लगाकर कब्जा भी किया गया है और इसका अवैध दखल खतियान भी मौजूद है।

इसके बावजूद जेएनएसी द्वारा आदिवासी की जमीन पर तालाब निर्माण का कार्य बिना किसी पूर्व भूमि सत्यापन और अंचल रिपोर्ट के शुरू किया जा रहा है, जो सीधे-सीधे राज्य सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों की अवहेलना है।
प्रतिनिधियों ने यह भी बताया कि राज्य सरकार की ओर से उपायुक्त ने स्पष्ट निर्देश जेएनएसी को पत्र के माध्यम से दिया था कि आदिवासी की जमीन न छीनी जाए, फिर भी प्रशासनिक तंत्र के माध्यम से षड्यंत्रपूर्वक आदिवासी भूमि हड़पने की कोशिश हो रही है।

सामाजिक सेवा संघ ने चेतावनी दी है कि यदि जेएनएसी द्वारा इस कार्य को अविलंब नहीं रोका गया, तो ग्रामीणों के साथ मिलकर जेएनएसी कार्यालय का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। मौके पर मुख्य रूप से राजेश सामंत (अध्यक्ष, सामाजिक सेवा संघ), राज लकड़ा (झारखंड आंदोलनकारी नेता), ललित केरकेट्टा (मजदूर नेता), बबलू महतो, धरमु सिंह भूमिज, शत्रुघ्न तांती, विजय मुंडा समेत अन्य स्थानीय ग्रामीण एवं सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे।