आदित्यपुर में बारिश बनी मुसीबत: जलजमाव से सड़कें बनी तालाब, वाहन और घर हुए प्रभावित

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आदित्यपुर, 7 अगस्त:
बारिश का मौसम जहां एक ओर राहत लाता है, वहीं दूसरी ओर आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र के नागरिकों के लिए यह जलजमाव और दुश्वारियों की सौगात लेकर आता है। बीते दिन हुई महज एक घंटे की तेज बारिश ने आदित्यपुर के कई हिस्सों को छोटे तालाबों में तब्दील कर दिया, जिससे स्कूली बच्चों, महिलाओं, बुजुर्गों और वाहन चालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।

कार पानी में डूबी, छात्र फिसलकर गिरा

बारिश के बाद का सबसे चिंताजनक दृश्य सूरज मोड़ के पास देखने को मिला, जहां एक महंगी कार जलजमाव की चपेट में आ गई और घंटों तक पानी में फंसी रही। स्थानीय लोगों की मदद से काफी मशक्कत के बाद कार को बाहर निकाला जा सका।इसी दौरान एक स्कूली छात्र, अपने अभिभावकों के साथ उसी मार्ग से स्कूल जाने की कोशिश कर रहा था, लेकिन गहरे पानी और फिसलन के कारण वह जलजमाव में गिर गया। सौभाग्यवश, उसके माता-पिता ने तत्परता दिखाते हुए बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाला। यह दृश्य स्थानीय नागरिकों में भय और गुस्से का कारण बना रहा।

निर्मल नगर में घरों में घुसा गंदा पानी

निर्मल नगर का हाल भी इससे अलग नहीं रहा। क्षेत्र की प्रमुख मांझी टोला नाली की निकासी अवरुद्ध होने से गंदा नाली का पानी लोगों के घरों में घुस गया। इससे न सिर्फ घरेलू सामानों को क्षति पहुंची, बल्कि कई परिवारों को रहने तक की जगह छोड़नी पड़ी। स्थानीय निवासियों ने बताया कि यह समस्या हर बार बारिश में होती है, लेकिन नगर निगम अब तक कोई स्थायी समाधान नहीं निकाल सका है।

व्यवसायिक प्रतिष्ठान भी प्रभावित, स्वास्थ्य जोखिम बढ़ा

जलजमाव के कारण कई दुकानों और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में पानी घुस गया, जिससे व्यापारियों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा। वहीं, ठहरे पानी के चलते मच्छरों और कीटों की संख्या में वृद्धि हुई है, जिससे डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ता जा रहा है।

नगर निगम की लापरवाही पर उठे सवाल

स्थानीय लोगों ने आदित्यपुर नगर निगम की नालियों की सफाई और जल निकासी व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। नागरिकों का कहना है कि मानसून से पहले नियमित रूप से नालियों की सफाई होनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।

एक निवासी ने कहा:

“हर साल यही स्थिति होती है। प्रशासन केवल नाम मात्र की कार्रवाई करता है, लेकिन स्थायी समाधान की दिशा में कोई ठोस प्रयास नहीं होता।”

जरूरत है त्वरित और दीर्घकालिक समाधान की

इस स्थिति से निपटने के लिए नगर निगम को त्वरित उपायों के साथ-साथ दीर्घकालिक योजना बनानी होगी। जल निकासी व्यवस्था में सुधार, नालियों की नियमित सफाई, और सड़कों की ऊँचाई व ढलान की समीक्षा जैसे कदम उठाने होंगे, ताकि नागरिकों को हर बार बारिश में इस त्रासदी का सामना न करना पड़े।