बागबेड़ा में डेड बोरिंग को बनाया जलस्रोत, बरसात के पानी से सफल वॉटर हार्वेस्टिंग – सुबोध झा

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Jamshedpur : बागबेड़ा महानगर विकास समिति के अध्यक्ष सुबोध झा के नेतृत्व में एक सराहनीय पहल के तहत क्षेत्र के डेड और बेकार घोषित सरकारी बोरिंग को जल सोख्ता के रूप में परिवर्तित कर दिया गया है। इस अभिनव प्रयास से जहां एक ओर लाखों लीटर बरसात का पानी व्यर्थ बहने से रोका गया, वहीं दूसरी ओर गर्मी में सूख चुके बोरिंग से अब पुनः पानी निकलना शुरू हो गया है।

सुबोध झा ने बताया कि वर्षों से बेकार पड़े सरकारी बोरिंग, जिन्हें पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने डेड घोषित कर दिया था, उनमें समिति के द्वारा बारिश के पानी को मोड़कर संग्रहीत किया गया। कुंवर सिंह मैदान, बजरंगी खेल मैदान, गांधीनगर शाखा मैदान जैसे स्थलों पर समिति के सदस्यों ने श्रमदान कर नालियों में बह रहे पानी को रोककर बोरवेल में डाला। इसके परिणामस्वरूप कुंवर सिंह मैदान के पास स्थित कई घरों में दो दिनों से बोरिंग से पानी निकलना शुरू हो गया है।

अध्यक्ष सुबोध झा ने बताया कि जहां पहले जलस्तर 400 फीट से नीचे चला गया था, अब वह घटकर 160-190 फीट पर आ गया है। अनिल कुमार सिंह, मिथिलेश कुमार, सोनू मिश्रा एवं सामुदायिक विकास केंद्र के बोरिंग में जल स्तर में आई वृद्धि इसके प्रमाण हैं।

उन्होंने जिला प्रशासन एवं राज्य सरकार से आग्रह किया कि बागबेड़ा क्षेत्र में स्थित ऐसे सभी 600 से अधिक डेड बोरिंग में वॉटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था की जाए। इससे न केवल गर्मी में जल संकट का समाधान होगा, बल्कि सरकार का बहुमूल्य फंड भी बचेगा।

सुबोध झा ने बताया कि समिति द्वारा चलाया गया यह संपूर्ण अभियान बिना किसी सरकारी खर्च के सिर्फ श्रमदान के माध्यम से सफल बनाया गया है। उन्होंने कहा कि अगर इस मॉडल को पूरे जिले में अपनाया जाए तो जल संकट पर प्रभावी नियंत्रण संभव है।

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