जमशेदपुर : नुवको विस्तास सीमेंट कंपनी, जोजोबेरा में लंबे समय से कार्यरत तीन सुरक्षा गार्ड—शंकर दास, तारकनाथ दे एवं सुदीप्तो दास—ने अपने फाइनल सेटलमेंट की बकाया राशि को लेकर श्रम अधीक्षक कार्यालय, जमशेदपुर में आवेदन सौंपा है। इस मुद्दे को लेकर सामाजिक सेवा संघ के अध्यक्ष सह मजदूर नेता राजेश सामंत के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल श्रम कार्यालय पहुंचा। मौके पर श्रम अधीक्षक की अनुपस्थिति में संबंधित पदाधिकारी को आवेदन सौंपा गया।

राजेश सामंत ने बताया कि नुवको सीमेंट कंपनी इन सुरक्षा गार्डों को फाइनल सेटलमेंट राशि देने से इस आधार पर इंकार कर रही है कि वे अलग-अलग दो एजेंसियों के अंतर्गत कार्यरत थे। जबकि हकीकत यह है कि इन सभी गार्डों ने बीते 5 से 6 वर्षों तक निरंतर नुवको सीमेंट कंपनी परिसर में ही कार्य किया, सिर्फ एजेंसियों में परिवर्तन हुआ।

उन्होंने कहा कि सरकारी प्रावधानों के अनुसार, कोई भी कर्मचारी अगर किसी कंपनी में लगातार 5 वर्षों तक सेवा देता है, तो उसे फाइनल सेटलमेंट और अन्य संबंधित लाभ मिलना चाहिए, भले ही उसकी सेवा किसी ठेका एजेंसी के माध्यम से क्यों न हो। राजेश सामंत ने कंपनी पर कर्मचारियों के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया और कहा कि यदि न्याय नहीं मिला तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।

गौरतलब है कि इससे पूर्व श्रमिक सुदीप्तो दास की ओर से भी श्रम अधीक्षक अविनाश ठाकुर से फ़ोन पर संपर्क कर इस मामले में न्याय और फाइनल सेटलमेंट की राशि दिलवाने का आश्वासन प्राप्त हुआ था। मौके पर मुख्य रूप से राजेश सामंत (अध्यक्ष, सामाजिक सेवा संघ), छोटे सरदार (झारखंड आंदोलनकारी नेता), पूर्णिमा पाल, शंकर दास, तारकनाथ दे, सुदीप्तो दास सहित अन्य उपस्थित थे।