जमशेदपुर। भारत ने आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए। यह जवाब 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए उस आतंकी हमले का था, जिसमें 26 निर्दोष पर्यटकों को सिर्फ उनके धर्म के आधार पर बेरहमी से मार डाला गया था।

भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना के संयुक्त अभियान में बहावलपुर, कोटली, मुजफ्फराबाद, मुरीदके, सियालकोट, बाघ, भिंबर, चाक अमरू और गुलपुर जैसे आतंकी अड्डों को रात 1:30 बजे निशाना बनाया गया। इन ठिकानों पर मौजूद जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकियों पर भारी बमबारी की गई। सूत्रों के मुताबिक इस कार्रवाई में लगभग 80-90 आतंकियों को ढेर कर दिया गया है।

इस ऐतिहासिक कार्रवाई पर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा, “यह समय राजनीति का नहीं, एकता का है। हमारे जवानों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को करारा जवाब दिया है। हमें अपनी सेना पर गर्व है।” उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई देश की माताओं-बहनों के उजड़े सिंदूर का बदला है, जिसने आतंकियों को बता दिया कि भारत अब सहने वाला नहीं, जवाब देने वाला देश है।

वहीं, जमशेदपुर पूर्वी की विधायक पूर्णिमा साहू ने ऑपरेशन को “नारी सम्मान और आतंक के अंत” का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा, “पहलगाम में हमारी बहनों का सिंदूर छीनने वालों को ऑपरेशन सिंदूर ने करारा जवाब दिया है। यह मोदी सरकार की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति की सफलता है।”

दोनों नेताओं ने देशवासियों से अपील की कि ऐसे समय में हमें राजनीतिक मतभेदों को भुलाकर एकजुट होकर सेना का मनोबल बढ़ाना चाहिए। इस ऑपरेशन ने यह साबित कर दिया कि भारत अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।