‘Water Man’ Rajkumar Singh amidst water crisis पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष राजकुमार सिंह ने जमशेदपुर के बागबेरा उत्क्रमित मध्य विद्यालय में 500 लीटर की पानी की टंकी स्थापित की जिससे गर्मी से जूझ रहे छात्रों के लिए दैनिक मुफ्त पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित हुई।

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बागबेड़ा में जल संकट के बीच राहत की किरण बने राजकुमार सिंह

Jamshedpur:गर्मी के कहर से जूझते बागबेड़ा क्षेत्र में जब सरकारी तंत्र असहाय नजर आ रहा था, तब पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष राजकुमार सिंह ने अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन करते हुए एक मिसाल पेश की है।

निजी खर्च से स्कूल में स्थापित किया 500 लीटर का जल टैंक

बागबेड़ा नया बस्ती रोड नंबर 3 स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में, उप मुखिया मुकेश सिंह और पंचायत समिति सदस्य सुनील गुप्ता के आग्रह पर, राजकुमार सिंह ने अपने निजी कोष से 500 लीटर क्षमता वाला जल टैंक भेंट किया। नारियल फोड़कर और अगरबत्ती जलाकर इस पुनीत कार्य का विधिवत शुभारंभ किया गया।

प्रतिदिन निजी टैंकर से मिलेगा निःशुल्क स्वच्छ पेयजल

विद्यालय में लगे हैंडपंप के खराब होने और जल स्तर नीचे चले जाने के कारण बच्चों और शिक्षकों को पीने के पानी के लिए भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था। अब राजकुमार सिंह ने यह बीड़ा उठाया है कि गर्मी भर वे अपने निजी टैंकर के माध्यम से विद्यालय परिसर में निःशुल्क स्वच्छ पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करेंगे।

शिक्षकों और विद्यार्थियों ने जताया आभार

विद्यालय की शिक्षिकाओं ने इस सेवा भावना के लिए राजकुमार सिंह को अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया। वहीं स्कूली बच्चों ने भी उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि अब उन्हें प्यास बुझाने के लिए घर लौटने की मजबूरी नहीं रहेगी।

जल पुरुष’ की जनसेवा का संकल्प

क्षेत्र में ‘जल पुरुष’ के नाम से विख्यात राजकुमार सिंह ने इस मौके पर कहा,

“जब तक संभव होगा, मैं अपने क्षेत्र के किसी भी व्यक्ति को जल संकट से जूझने नहीं दूंगा। चाहे इसके लिए मुझे कोई भी कीमत चुकानी पड़े, मैं पीछे नहीं हटूंगा।”



जनप्रतिनिधियों ने भी की सराहना

उप मुखिया मुकेश सिंह और पंचायत समिति सदस्य सुनील गुप्ता ने इस पहल के लिए राजकुमार सिंह का आभार जताते हुए कहा कि अगर आज भीषण गर्मी में बागबेड़ा के बच्चे और आम लोग पीने के पानी के लिए संघर्ष नहीं कर रहे हैं, तो उसका श्रेय पूरी तरह से राजकुमार सिंह को जाता है।



विगत कई महीनों से विद्यालय में पानी की गंभीर समस्या बनी हुई थी। इसको लेकर प्रधानाध्यापिका ने जिला प्रशासन और संबंधित पदाधिकारियों के पास कई बार लिखित आवेदन दिया और व्यक्तिगत रूप से भी गुहार लगाई, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई।

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जब जिला परिषद उपाध्यक्ष राजकुमार सिंह को इस समस्या की जानकारी मिली, तो उन्होंने तुरंत पहल करते हुए पानी की समस्या का समाधान करवाया। इससे विद्यालय के शिक्षकों और विद्यार्थियों को बड़ी राहत मिली है।

हालांकि विद्यालय भवन की स्थिति अब भी जर्जर बनी हुई है। प्रधानाध्यापिका ने कई बार भवन की मरम्मत हेतु अलग-अलग स्तर पर आवेदन दिए हैं, लेकिन अब तक मरम्मत कार्य शुरू नहीं हो पाया है। इस संबंध में भी राजकुमार सिंह को अवगत कराया गया है। प्रधानाध्यापिका ने उम्मीद जताई है कि भवन की मरम्मत कार्य भी जल्द ही शुरू होगा, जिससे बच्चों को सुरक्षित और बेहतर वातावरण मिल सकेगा।



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