जमशेदपुर : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए भीषण आतंकवादी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई, जिनमें भारत के साथ-साथ इटली और इजराइल के नागरिक भी शामिल थे। यह हमला न केवल भारत की आंतरिक सुरक्षा पर हमला है, बल्कि वैश्विक शांति को भी चुनौती देता है। इस घटना के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ एक निर्णायक और कड़ा कदम उठाने की मांग तेज हो गई है।
इसी कड़ी में सामाजिक संगठन जनकल्याण मोर्चा ने गुरुवार को भारत के प्रथम गृह मंत्री लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के आदित्यपुर स्थित स्मारक के समीप एक शांतिपूर्ण विरोध कार्यक्रम का आयोजन किया। इस दौरान मोर्चा के सदस्यों ने कैंडल मार्च निकालकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की और आतंकवाद के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की।

कार्यक्रम की अगुवाई कर रहे जनकल्याण मोर्चा के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ अधिवक्ता ओम प्रकाश ने इस नृशंस घटना की तीव्र निंदा करते हुए कहा, “यह हमला केवल भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए खतरे की घंटी है। अब समय आ गया है कि आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक स्तर पर ऐतिहासिक और निर्णायक कार्रवाई की जाए। देश की 140 करोड़ जनता अब किसी भी तरह की नरमी नहीं चाहती, बल्कि ठोस और सीधी कार्रवाई की इच्छुक है।”
मोर्चा की कार्यकारी अध्यक्ष श्रीमती शारदा देवी ने भी हमले को शर्मनाक बताया और कहा कि भारत सरकार को इस हमले का जवाब उसी भाषा में देना चाहिए, जिसे आतंकी समझते हैं। उन्होंने शहीदों के परिजनों को समुचित आर्थिक सहायता और सम्मान देने की भी मांग की। कार्यक्रम में मोर्चा के अन्य सदस्य भी मौजूद थे। सभी ने एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रखने की प्रतिज्ञा ली और ईश्वर से शहीदों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।