संविदा विस्तार और वेतन असमानता को दूर करने की मांग
जमशेदपुर: कोल्हान विश्वविद्यालय, जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय और राज्य के अन्य महाविद्यालयों में कार्यरत बी. एड. और एम. एड. शिक्षकों की समस्याएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। पिछले आठ महीनों से सहायक प्राध्यापकों का संविदा विस्तार नहीं हुआ है, जिससे वे असुरक्षित माहौल में काम कर रहे हैं। वहीं, वेतन वृद्धि का लाभ न मिलने से शिक्षकों को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
शिक्षकों की सेवा शर्तों और वेतन असमानता के मुद्दे को लेकर जमशेदपुर पूर्वी की विधायक पूर्णिमा साहू ने मंगलवार को झारखंड विधानसभा परिसर में उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू से मुलाकात की। उन्होंने शिक्षकों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए मंत्री को एक आधिकारिक पत्र सौंपा और आवश्यक कदम उठाने की मांग की।
शिक्षकों की मुख्य समस्याएं
विधायक ने मंत्री को शिक्षकों की ओर से प्रस्तुत मांग पत्र सौंपते हुए निम्नलिखित समस्याओं को उठाया:
संविदा विस्तार: सहायक प्राध्यापकों की संविदा पिछले आठ महीनों से नहीं बढ़ाई गई है, जिससे वे मानसिक तनाव में हैं।
वेतन वृद्धि: शिक्षकों को समय पर वेतन वृद्धि का लाभ नहीं मिल रहा है, जिससे उन्हें आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
सेवा शर्तों में समानता: राज्य के विभिन्न महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों की वेतन संरचना में असमानता बनी हुई है, जिससे असंतोष बढ़ रहा है।
विधायक पूर्णिमा साहू की अपील
पूर्णिमा साहू ने कहा कि –
> “शिक्षक समाज का आधार होते हैं। बी. एड. और एम. एड. शिक्षकों को संविदा विस्तार और वेतन वृद्धि से वंचित रखा गया है, जिससे वे मानसिक और आर्थिक दबाव में काम कर रहे हैं। सरकार को जल्द से जल्द इन मांगों पर ठोस समाधान निकालना चाहिए, ताकि शिक्षकों को न्याय मिल सके और राज्य की शिक्षा व्यवस्था मजबूत हो।”
मंत्री ने दिया उचित समाधान का भरोसा
मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने शिक्षकों की मांगों को गंभीरता से सुनते हुए सम्बंधित अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश देने की बात कही। उन्होंने भरोसा दिलाया कि शिक्षकों के अधिकारों की रक्षा के लिए सरकार हरसंभव कदम उठाएगी।
विधायक पूर्णिमा साहू ने झारखंड के उच्च शिक्षा मंत्री से मुलाकात कर बी. एड. और एम. एड. शिक्षकों की वेतन असमानता और संविदा विस्तार की मांग उठाई।
