
जमशेदपुर। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेज-2 के अंतर्गत प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन को सशक्त बनाने के उद्देश्य से समाहरणालय सभागार में एक दिवसीय प्रशिक्षण-सह-कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला की अध्यक्षता उप विकास आयुक्त श्री अनिकेत सचान ने की। कार्यक्रम में जिले भर से आए पंचायत मुखिया एवं जलसहियाओं ने भाग लिया।
कार्यशाला के दौरान प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन इकाई के सही उपयोग, गांवों से प्लास्टिक कचरा संग्रहण की प्रक्रिया तथा इसके संधारण को लेकर विस्तृत चर्चा हुई। इसमें उपस्थित सभी पंचायत प्रतिनिधियों को घर-घर जाकर प्लास्टिक कचरा एकत्र करने की कार्ययोजना तैयार करने हेतु प्रेरित किया गया।

पंचायतों द्वारा नवाचार प्रयासों की हुई सराहना
मुसाबनी प्रखंड के तेरेंगा पंचायत की मुखिया दुलारी सोरेन ने अपने पंचायत क्षेत्र में किए जा रहे प्लास्टिक प्रबंधन कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रत्येक घर, दुकान और सामुदायिक स्थलों से प्लास्टिक कचरा एकत्र कर रिक्शा के माध्यम से पंचायत स्तर पर बनाए गए प्लास्टिक संग्रहण केंद्र तक पहुंचाया जा रहा है। इस कार्य के संचालन हेतु मासिक शुल्क भी वसूला जा रहा है, जिससे रिक्शा चालकों और मजदूरों को भुगतान किया जाता है।
वहीं, पोटका प्रखंड के सानग्राम पंचायत के मुखिया अभिषेक सरदार ने प्लास्टिक संग्रहण एवं पृथक्करण इकाई के सुचारु संचालन के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पंचायत में दुकानों एवं घरों से प्लास्टिक उठाव के लिए मासिक शुल्क लिया जा रहा है, जिससे इकाई की कार्यशीलता बनी रहे।

लावा गांव की जलसहिया पुष्पा दास की पहल
पटमदा प्रखंड के लावा गांव की जलसहिया पुष्पा दास ने बताया कि वह लोगों को प्लास्टिक कचरा डस्टबिन में डालने हेतु जागरूक कर रही हैं। बाजार, दुकानों और घरों में लोगों को प्रेरित कर वह स्वच्छता अभियान को साकार कर रही हैं।
प्रोत्साहन के रूप में 20 लाख रुपए की घोषणा
उप विकास आयुक्त श्री अनिकेत सचान ने कहा कि जो पंचायत प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन में उत्कृष्ट कार्य करेंगे, उन्हें 20 लाख रुपये की अतिरिक्त राशि पंचायत विकास योजना में खर्च हेतु जिला प्रशासन द्वारा प्रदान की जाएगी। यह राशि पंचायत की अन्य विकासात्मक योजनाओं में उपयोग की जा सकेगी।
इस प्रशिक्षण सह कार्यशाला में पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल जमशेदपुर एवं आदित्यपुर के कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता, कनीय अभियंता, जिला समन्वयक तथा सभी प्रखंड समन्वयक उपस्थित रहे।