जमशेदपुर, 20 मई 2025: देशभर के साथ-साथ कोल्हान में भी आज केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और स्वतंत्र फेडरेशनों के संयुक्त मंच के आह्वान पर मजदूरों ने जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने जमशेदपुर में आमबगान मैदान से रैली निकालकर जुबली पार्क गेट तक मार्च किया। रैली के अंत में नुक्कड़ सभा का आयोजन हुआ, जिसमें वक्ताओं ने केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों पर तीखा प्रहार किया।

प्रदर्शन का मुख्य मुद्दा चार लेबर कोड को रद्द करने की मांग रही। मजदूरों ने प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपते हुए यह चेताया कि अगर उनकी मांगों की अनदेखी हुई तो आगामी 9 जुलाई को प्रस्तावित देशव्यापी हड़ताल पहले से अधिक व्यापक और सशक्त रूप लेगी।

वक्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार पूंजीपतियों के पक्ष में श्रम कानूनों को बदल रही है, जिससे श्रमिकों के अधिकारों का हनन हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने अब तक ट्रेड यूनियनों से संवाद नहीं किया और न ही भारतीय श्रम सम्मेलन बुलाया।

सभा में वक्ताओं ने ताम्र खदानों और स्थानीय संयंत्रों के पुनरुद्धार की मांग भी उठाई। साथ ही यह भी बताया कि सरकारी उपक्रमों और सार्वजनिक सेवाओं का तेजी से निजीकरण किया जा रहा है, जिससे कल्याणकारी योजनाओं, स्वास्थ्य, शिक्षा, सब्सिडी और रोजगार के अवसरों में कटौती हो रही है।

सभा को एटक के आर.एस. राय, सीटू के बिश्वजीत देब, संजय कुमार, एआईयूटीयूसी की लिली दास और सुमित राय, एफएमआरएआई के सुब्रत बिस्वास और पी.आर. गुप्ता ने संबोधित किया। वक्ताओं ने युवाओं, महिलाओं, छात्रों और सामाजिक संगठनों से इस संघर्ष में साथ आने की अपील की।