Ranchi : संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा बहुप्रतीक्षित सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) का आयोजन रविवार, 25 मई को देशभर में शांतिपूर्ण और व्यवस्थित तरीके से संपन्न हुआ। राजधानी रांची समेत झारखंड के तमाम जिलों में बनाए गए परीक्षा केंद्रों पर अभ्यर्थियों की लंबी कतारें सुबह से ही देखने को मिलीं, हालांकि इस बार पिछली वर्षों की तुलना में छात्रों का उत्साह कुछ फीका नजर आया।
रांची स्थित विभिन्न केंद्रों पर संवाददाता ने पाया कि कई स्थानों पर अपेक्षित संख्या से कम परीक्षार्थी उपस्थित हुए। परीक्षा दो पालियों में आयोजित की गई — पहली पाली सुबह 9:30 से 11:30 तक और दूसरी पाली दोपहर 2:30 से 4:30 बजे तक चली।

अभ्यर्थी अंदर, अभिभावक बाहर
परीक्षा केंद्रों के भीतर छात्र अपनी मेहनत का लेखा-जोखा दे रहे थे, वहीं बाहर अभिभावकों की बेचैन निगाहें घड़ी की सुइयों पर टिकी थीं। गर्मी के बावजूद परिजनों ने धूप में खड़े होकर बच्चों का हौसला बनाए रखा।

कड़ी सुरक्षा व्यवस्था और सतर्क प्रशासन
यूपीएससी की परीक्षा की संवेदनशीलता को देखते हुए सभी परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। प्रवेश द्वार पर परीक्षार्थियों की गहन जांच की गई और केवल पहचान पत्र व प्रवेश पत्र के सत्यापन के बाद ही परीक्षा भवन में प्रवेश की अनुमति दी गई। कई केंद्रों पर कोविड के बचे-खुचे प्रोटोकॉल — जैसे मास्क व सैनिटाइज़र — भी उपयोग में लाए गए।

पेपर का स्तर: संतुलित लेकिन चुनौतीपूर्ण
परीक्षा देकर निकले अधिकांश छात्रों ने सामान्य अध्ययन (GS Paper 1) को संतुलित बताया, हालांकि कुछ प्रश्नों में चालाकी और विश्लेषणात्मक क्षमता की मांग थी। वहीं CSAT पेपर पर छात्रों की राय बंटी हुई नजर आई। कुछ को यह आसान लगा, तो कई छात्रों ने समय की कमी की शिकायत की।

रिज़ल्ट की प्रतीक्षा और आगे की राह
अब परीक्षार्थियों की निगाहें यूपीएससी द्वारा जारी होने वाले प्रारंभिक परीक्षा के परिणामों पर टिकी हैं, जो आयोग जुलाई के अंतिम सप्ताह तक घोषित कर सकता है। सफल अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा (Mains) के लिए बुलाया जाएगा, जो संभवतः सितंबर-अक्टूबर में आयोजित की जाएगी।