जमशेदपुर। सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने टाटानगर रेलवे स्टेशन स्थित वाहन पार्किंग स्थल पर पार्किंग दरों में की गई मनमानी वृद्धि पर कड़ा ऐतराज जताया है। संस्था ने इसे आम नागरिकों के लिए अन्यायपूर्ण और अव्यवहारिक करार देते हुए दक्षिण पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक अनिल कुमार मिश्रा को पत्र लिखकर तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। इसकी प्रतिलिपि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, चेयरमैन रेलवे बोर्ड सतीश कुमार एवं चक्रधरपुर के प्रमंडलीय रेल प्रबंधक को भी भेजी गई है।
चैंबर के मानद महासचिव मानव केडिया ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से यह जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि टाटानगर स्टेशन की पार्किंग व्यवस्था पहले से ही अव्यवस्थित रही है और अब शुल्क में भारी वृद्धि से यात्रियों को और भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
पार्किंगकर्मियों की मनमानी वसूली की शिकायतें बढ़ीं
चैंबर अध्यक्ष विजय आनंद मूनका ने कहा कि पार्किंग कर्मचारियों द्वारा 6 घंटे के लिए 48 रुपये निर्धारित शुल्क के बावजूद कई मामलों में 100 से 500 रुपये तक जबरन वसूली की जा रही है। यह व्यवहारिक नहीं है और आम नागरिकों की जेब पर अतिरिक्त बोझ डाल रहा है। चैंबर के कई सदस्य खुद इस अव्यवस्था के भुक्तभोगी बने हैं।
उन्होंने आगे कहा कि रेलवे स्टेशन पार्किंग को सेवा की जगह कमाई का जरिया बना रही है, जिससे रेलवे की साख भी प्रभावित हो रही है। यह न केवल यात्रियों में असंतोष का कारण बन रहा है, बल्कि रेलवे की छवि पर भी नकारात्मक असर डाल रहा है।
रेलवे से शीघ्र हस्तक्षेप की मांग
चैंबर के अन्य पदाधिकारियों – उपाध्यक्ष अनिल मोदी, अधिवक्ता राजीव अग्रवाल, अभिषेक अग्रवाल गोल्डी, सचिव भरत मकानी, अधिवक्ता अंशुल रिंगसिया, बिनोद शर्मा, सुरेश शर्मा लिपु और कोषाध्यक्ष सीए अनिल रिंगसिया ने संयुक्त रूप से मांग की है कि पार्किंग चार्ज को पूर्व की तरह यथावत रखा जाए और पूरे परिसर की व्यवस्था को पारदर्शी और यात्री हितैषी बनाया जाए।