बागबेड़ा जलापूर्ति योजनाओं की जमीनी हकीकत: फिल्टर प्लांट में कोई कार्य नहीं, सुबोध झा ने लगाया कार्यशैली पर सवाल

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जमशेदपुर | 19 जुलाई 2025

बागबेड़ा ग्रामीण जलापूर्ति योजना और बागबेड़ा हाउसिंग कॉलोनी जलापूर्ति योजना की प्रगति पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। बागबेड़ा महानगर विकास समिति के अध्यक्ष एवं आंदोलनकारी सुबोध झा के नेतृत्व में समिति के सदस्यों ने 18 और 19 जुलाई को योजनाओं के फिल्टर प्लांट और अन्य स्थलों का स्थल निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद सुबोध झा ने आरोप लगाया कि दोनों योजनाओं के किसी भी हिस्से में कोई कार्य नहीं चल रहा है, जबकि सरकारी दावों में काम ‘तेजी से चलने’ की बात कही जा रही थी।

फिल्टर प्लांट निरीक्षण में मिला सन्नाटा

निरीक्षण की शुरुआत आदित्यपुर मोड़ स्थित फिल्टर प्लांट से की गई, जहां समिति के सदस्यों को किसी भी प्रकार का निर्माण कार्य होता नहीं दिखा। ठेकेदार बसंत सिंह के अनुसार मोटर का अप्रूवल मिल चुका है और आगामी 1.5 से 2 महीने के भीतर कार्य पूरा कर लिया जाएगा। हालांकि स्थल पर कार्य निष्क्रिय था।

ग्रामीण जलापूर्ति योजना के अधूरे कार्यों की पड़ताल

बागबेड़ा ग्रामीण जलापूर्ति योजना के तहत गिद्धी झोपड़ी फिल्टर प्लांट, बड़ौदा घाट के समीप पाया निर्माण स्थल, आदित्यपुर रेलवे ट्रैक के नीचे पाइपलाइन बिछाने वाले स्थल तथा राधा स्वामी सत्संग समिति के पास निर्माण स्थल का भी निरीक्षण किया गया। समिति का कहना है कि इन सभी स्थलों पर कोई भी कार्य प्रगति पर नहीं है।

सरकारी दावों और जमीनी हकीकत में अंतर

सुबोध झा ने बताया कि 16 जुलाई को उपायुक्त कार्यालय में आयोजित जिला योजना दिशा समिति की बैठक में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अधिकारियों ने दावा किया था कि ₹10 करोड़ की राशि उपलब्ध है और कार्य ‘तेजी’ से हो रहा है। परंतु समिति द्वारा किए गए निरीक्षण में यह दावा पूरी तरह गलत साबित हुआ। उन्होंने कहा कि समिति ने सभी स्थलों की तस्वीरें और वीडियो दस्तावेज के रूप में एकत्रित किए हैं, जिन्हें सार्वजनिक किया जाएगा।

विभागीय भ्रम और जवाबदेही पर सवाल

सुबोध झा ने यह भी आरोप लगाया कि विभाग की ओर से लगातार भ्रम फैलाया जा रहा है। एक ओर पत्र में लिखा गया है कि केंद्र सरकार से फंड नहीं आ रहा, दूसरी ओर कहा जाता है कि कार्य तेजी से हो रहा है और फंड की कोई कमी नहीं है। उन्होंने इसे जनता के पैसे का दुरुपयोग बताया और कहा कि ₹237 करोड़ और ₹50.58 करोड़ की राशि गबन की जा रही है।

सांसद विद्युत वरण महतो करेंगे स्थलीय निरीक्षण

सुश्री झा ने बताया कि जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो ने स्वयं सभी स्थलों का निरीक्षण करने की बात कही है और जल्द ही इस विषय पर कार्रवाई की जाएगी।

रेलवे ट्रैक के नीचे अटका पाइपलाइन कार्य

रेलवे ट्रैक के नीचे 365 मीटर लंबी पाइपलाइन डालने का कार्य वर्षों से लंबित है। निरीक्षण के दौरान मजदूरों ने बताया कि भारी बारिश के कारण पाइपलाइन में पानी भर गया है, जिससे कार्य ठप हो गया है। मोटर पंप से पानी निकाला जा रहा है, लेकिन अभी 18–20 मीटर पाइप डालने का कार्य शेष है और इसे पूरा करने में 2–3 महीने और लग सकते हैं।

स्थल निरीक्षण में प्रमुख लोग रहे मौजूद

स्थल निरीक्षण के दौरान सुबोध झा के साथ बागबेड़ा महानगर विकास समिति के संयोजक विनोद राम, महिला मोर्चा अध्यक्ष रितु सिंह, संयोजक पवित्रा पांडे, रेलवे क्षेत्र बस्ती के संयोजक दीपक दागी, भाजपा युवा मोर्चा बागबेड़ा मंडल के महामंत्री मनोज सिंह, श्यामू मिश्रा, आदित्य कुमार और राजेश शर्मा आदि मौजूद थे।

जनता को आठ वर्षों से इंतजार

झा ने कहा कि आठ वर्षों से यह योजना अधूरी पड़ी है, जिससे 21 पंचायतों के 113 गांवों और रेलवे क्षेत्र की 33 बस्तियों के लगभग 2.25 लाख लोग बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं। उन्होंने सरकार से मांग की कि कार्यों को शीघ्र पूरा कर जनता को राहत पहुंचाई जाए।