Adityapur :प्रेस क्लब ऑफ सरायकेला-खरसावां के कोषाध्यक्ष और जिले के वरिष्ठ पत्रकार संजीव कुमार मेहता को ब्रेन हेमरेज होने के बाद टाटा मुख्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है। चिकित्सकों के अनुसार, आगामी 24 घंटे उनके स्वास्थ्य के लिहाज से बेहद संवेदनशील हैं। इस कठिन समय में प्रेस क्लब परिवार ने मानवीय संवेदना और एकजुटता का परिचय देते हुए क्राउड फंडिंग के जरिए 50 हजार रुपये की सहायता राशि उनके परिवार को दी है।
क्राउड फंडिंग से जुटाया गया सहयोग, पत्रकारिता जगत में एक मिसाल
प्रेस क्लब के सभी पंजीकृत सदस्यों ने चंद घंटों के भीतर क्राउड फंडिंग अभियान चलाया और 50 हजार रुपये एकत्र कर संजीव मेहता के परिवार को सौंपा। क्लब की ओर से कहा गया कि यह सहयोग यह साबित करता है कि पत्रकारिता केवल खबरों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक परिवार की तरह है जो हर कठिन घड़ी में अपने साथियों के साथ खड़ा रहता है।

अध्यक्ष मनमोहन सिंह बोले – “आज गर्व महसूस हो रहा है”
प्रेस क्लब अध्यक्ष मनमोहन सिंह ने भावुक अंदाज में कहा,
“आज मुझे गर्व हो रहा है कि मैं इस क्लब का अध्यक्ष हूं। आप सभी ने दिल जीत लिया। मुझे अब इस क्लब पर घमंड हो रहा है। मैं आप सबसे आग्रह करता हूं कि एक नया अध्यक्ष चुनें और मुझे आपके पीछे खड़ा करें ताकि मैं आप सबको और मजबूत बना सकूं।”
संरक्षक संतोष कुमार ने कहा – “हम पत्रकारिता के लिए जीते हैं”
क्लब के संरक्षक संतोष कुमार ने कहा,
“जब भी पत्रकार संगठन का इतिहास लिखा जाएगा सबसे पहले प्रेस क्लब ऑफ सरायकेला-खरसावां का नाम लिया जाएगा। हम क्रिकेट या बैडमिंटन के लिए नहीं, पत्रकार हितों के लिए जीते हैं और आज हमने यह साबित कर दिया है।”

अस्पताल ने 90 हजार रुपये की तत्काल जरूरत बताई, प्रेस क्लब हुआ सक्रिय
अस्पताल प्रबंधन ने मरीज के इलाज के लिए तत्काल 90 हजार रुपये की आवश्यकता जताई थी। इसके बाद प्रेस क्लब की आपात बैठक बुलाई गई, जिसमें संरक्षक संतोष कुमार, अध्यक्ष मनमोहन सिंह, महासचिव रमजान अंसारी, उपाध्यक्ष विपिन वाष्र्णेय, सोशल मीडिया प्रभारी नवीन प्रधान समेत कई पदाधिकारी मौजूद रहे। बैठक में निर्णय लिया गया कि जहां तक संभव होगा, संजीव मेहता का पूरा इलाज कराया जाएगा।
सहयोग की अपील: पुलिस प्रशासन और सिविल सोसाइटी से उम्मीदें
अध्यक्ष मनमोहन सिंह ने उद्यमी संगठनों, पुलिस प्रशासन और सिविल सोसाइटी से सहयोग की अपील की है। उन्होंने कहा कि जब-जब जिले के पत्रकारों पर संकट आया है, इन सभी संस्थानों ने भरपूर सहयोग दिया है और इस बार भी ऐसी उम्मीद की जा रही है।
परिवार के साथ क्लब का संपूर्ण समर्थन
संजीव कुमार मेहता के परिवार में उनकी पत्नी और एक पुत्र हैं। उनका पुत्र पढ़ाई पूरी कर रहा है और फिलहाल रोजगार की तलाश में है। अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों ने परिवार को सांत्वना दी और भरोसा दिलाया कि इस संघर्ष में वे अकेले नहीं हैं।