Jamshedpur : गम्हरिया प्रखंड अंतर्गत श्रीरामपुर राहेरगोड़ा गांव में शुक्रवार को ग्रामीण महिलाओं ने सागर रत्न प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के विरुद्ध जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि कंपनी ने करीब 7.30 कट्ठा भूमि पर जबरन कब्जा करते हुए अवैध रूप से बिल्डिंग का निर्माण कर लिया है, जो ग्रामीणों की निजी जमीन है।महिलाओं ने आरोप लगाया कि कंपनी ने किसी भी प्रकार की सहमति या मुआवजा दिए बिना जबरन जमीन पर निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। स्थानीय ग्रामीण महिला सावित्री देवी, रेखा महतो, मंजू तिर्की समेत कई अन्य महिलाओं ने बताया कि कंपनी ने प्रशासनिक और कानूनी प्रक्रिया को दरकिनार कर ग्रामीणों की भूमि को हड़पने का प्रयास किया है।
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और कंपनी परिसर के मुख्य गेट पर प्रदर्शन कर रही महिलाओं को शांतिपूर्वक हटाया। हालांकि इस दौरान महिलाओं और पुलिस के बीच हल्की नोकझोंक की भी स्थिति उत्पन्न हुई। प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना था कि जब तक जमीन वापसी और मुआवजे की बात साफ नहीं होती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
इस विवाद को लेकर जब कंपनी प्रबंधन से बात करने की कोशिश की गई, तो उनकी ओर से कोई भी प्रतिनिधि सामने नहीं आया, जिससे ग्रामीणों में और नाराजगी देखी गई।गम्हरिया अंचल अधिकारी कुमार अरविंद बेदिया ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी है। उन्होंने कहा, “हमें ग्रामीण महिलाओं द्वारा जमीन पर अवैध कब्जे की शिकायत प्राप्त हुई है। इस मामले में कंपनी प्रबंधन से जमीन से संबंधित कागजातों की मांग की गई है। इसके साथ ही अंचल के आमीन एवं अन्य कर्मचारियों को निर्देश दिया गया है कि स्थल पर जाकर तत्काल भूमि की मापी कर वास्तविक स्थिति की जांच की जाए। जांच रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।”
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि यदि कंपनी दोषी पाई जाती है, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए और जमीन को मूल मालिकों को वापस किया जाए। साथ ही, भविष्य में इस प्रकार की जबरन भूमि कब्जा की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े नियम और निगरानी तंत्र की मांग भी उठाई गई है।थिति पर प्रशासन की नजर बनी हुई है, और आने वाले दिनों में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि जांच के बाद क्या निष्कर्ष निकलता है तथा ग्रामीणों को न्याय मिलता है या नहीं।