Jamshedpur: राम नवमी के पावन अवसर पर हिंद आईटीआई ने एक ऐसा कार्यक्रम प्रस्तुत किया जो न केवल धार्मिक श्रद्धा से भरा था, बल्कि सामाजिक सौहार्द और सांस्कृतिक एकता का भी प्रतीक बन गया। श्रद्धालुओं की सेवा और आपसी भाईचारे का जो दृश्य देखने को मिला, उसने पूरे क्षेत्र को उत्सव की भावना से भर दिया।
अखाड़ा समितियों का पारंपरिक स्वागत
इस बार भी परंपरा को निभाते हुए रोड नंबर 17 स्थित तरुण संघ त्रिवेदी अखाड़ा और पर्दिह समीक्षा एकता बजरंग अखाड़ा के सदस्यों का गरिमामय स्वागत किया गया। इस आयोजन में वारिस कॉलोनी से आबिद और इसरार खान विशेष रूप से उपस्थित हुए, जो सामाजिक सौहार्द का एक सुंदर संदेश लेकर आए।
हज़ारों श्रद्धालुओं को शरबत, चना और गुड़ का वितरण
हिंद आईटीआई की ओर से हज़ारों श्रद्धालुओं को शरबत, चना और गुड़ वितरित किया गया। श्रद्धालुओं को फूलों की मालाएं पहनाकर गर्मजोशी से स्वागत किया गया, जिसने आयोजन को आत्मीयता और प्रेम का रूप दे दिया। हिंदू-मुस्लिम एकता का ऐसा उदाहरण क्षेत्र में मिसाल बन गया।
डॉ. ताहिर हुसैन के मार्गदर्शन में हुआ आयोजन
यह भव्य आयोजन हिंद आईटीआई के डायरेक्टर डॉ. ताहिर हुसैन (जो नगर निगम के ब्रांड एंबेसडर भी हैं) के नेतृत्व में संपन्न हुआ। संस्था के समर्पित स्टाफ—मोहम्मद, मन्नान, खदीजा, राजा और सयमा—ने व्यवस्थाओं को बखूबी संभाला और हर स्तर पर सेवा में जुटे रहे।
छात्रों ने निभाई अहम भूमिका
इस आयोजन में छात्रों की भागीदारी भी उल्लेखनीय रही। जमील, विष्णुनाथ, तालिब, अकबर, काशिफ, सद्दाम, इमरान, गुलु, शहजादा और असमत जैसे विद्यार्थियों ने पूरे मन से प्रसाद और शरबत का वितरण कर समाज में सेवा और समर्पण की भावना को जीवंत कर दिया।
शिक्षा से परे, समाज सेवा में अग्रणी
यह आयोजन सिर्फ एक धार्मिक उत्सव नहीं था, बल्कि हिंद आईटीआई की सामाजिक सोच और जिम्मेदारी को भी दर्शाता है। यह संस्था केवल तकनीकी शिक्षा तक सीमित नहीं, बल्कि युवाओं को रोजगारोन्मुख कौशल प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का कार्य कर रही है।
एकता, सेवा और संस्कृति का सुंदर उदाहरण
राम नवमी पर हिंद आईटीआई द्वारा किया गया यह आयोजन यह साबित करता है कि एक शिक्षण संस्थान भी समाज में सेवा, एकता और सांस्कृतिक समरसता का केंद्र बन सकता है। यह आयोजन न सिर्फ श्रद्धा का उत्सव था, बल्कि भारत की साझा विरासत और विविधता में एकता का जीवंत उदाहरण भी बना।
