जमशेदपुर : नेताजी सुभाष यूनिवर्सिटी को तकनीकी शिक्षा की सर्वोच्च नियामक संस्था All India Council for Technical Education (AICTE) से एम.टेक (मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी) कोर्स की मंजूरी मिल गई है। अब विश्वविद्यालय में इंजीनियरिंग के डिप्लोमा व बीटेक के साथ-साथ दो वर्षीय एम.टेक कार्यक्रम भी चल सकेगा।
यूनिवर्सिटी प्रशासन ने बताया कि सत्र २०२५–२०२७ से एडमिशन की प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है। कुल २१ विभागों में ये कोर्स उपलब्ध होंगे, जिनमें कंप्यूटर एप्लिकेशन, मेकेनिकल इंजीनियरिंग, पावर इलेक्ट्रॉनिक्स एवं पावर सिस्टम्स, सिविल (स्ट्रक्चरल एवं ट्रांसपोर्टेशन), इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन, माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक्स एवं VLSI, कंप्यूटर साइंस (AI & ML, साइबर सिक्योरिटी, नेटवर्क्स) समेत माइनिंग, मेटलर्जिकल और कंट्रोल सिस्टम्स जैसे विषय शामिल हैं।

यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार नागेंद्र सिंह ने बताया, “कोर्स डिजाइन इस तरह किया गया है कि छात्रों को न केवल शैक्षणिक सिद्धांतों में प्रवीणता मिले, बल्कि इंडस्ट्री की मांगों के अनुरूप व्यावहारिक कौशल भी विकसित हो। हमारा लक्ष्य है कि एम.टेक पूरा होने से पहले ही अधिकतर छात्रों के हाथों में जॉब ऑफर लेटर आए।”
एम.टेक करने के लाभों पर प्रकाश डालते हुए रजिस्ट्रार ने कहा:
1. विशेषज्ञता – किसी विशिष्ट क्षेत्र में विशेषज्ञ बनना
2. बेहतर रोज़गार अवसर – R&D, PSU, शिक्षण और उद्योगों में उच्च मांग
3. सरकारी नौकरियाँ – अनेक सरकारी भर्तियों में प्राथमिकता
4. उच्च शिक्षा की राह – UGC-NET, PhD करने की योग्यता
5. उच्च वेतन – B.Tech धारकों की तुलना में बेहतर प्रारंभिक पैकेज
प्रवेश-परिवार कार्यक्रम में अभिभावकों और सरकारी शिक्षा अधिकारियों ने भी भाग लेकर एम.टेक के महत्व की सराहना की। विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम शिक्षक एवं इंडस्ट्री एक्सपर्ट लगातार इंटर्नशिप, लाइव प्रोजेक्ट्स और प्लेसमेंट ड्राइव्स की व्यवस्था करेंगे, जिससे छात्र आधुनिक अनुसंधान व विकास कार्यों में योगदान देने के लिए तैयार हों।
याचना प्रवेश-समिति ने बताया कि प्रारंभिक मेरिट-आधारित प्रवेश के तहत आवेदन-पत्र विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध हैं और दाखिला अप्रैल माह के अंत तक पूर्ण कर लिया जाएगा। इच्छुक अभ्यर्थी जल्द आवेदन कर अंतिम तिथि से पूर्व अपने दस्तावेज अपलोड कर दें।