Palamu : जिले में बुधवार का दिन काला साबित हुआ। अलग-अलग स्थानों पर खेत में काम कर रहे चार लोगों की वज्रपात की चपेट में आने से दर्दनाक मौत हो गई। इन हादसों ने न केवल चार परिवारों को उजाड़ दिया, बल्कि पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।
पहली घटना: तीन महिलाओं की मौत (पांकी प्रखंड)
यह हृदयविदारक घटना पांकी प्रखंड के केकरगढ़ पंचायत अंतर्गत जोल्हबिघा गांव में शाम के वक्त घटी, जब महिलाएं खेत में धान की रोपाई कर रही थीं। तेज़ गर्जना और वज्रपात ने वहां काम कर रही तीन महिलाओं की मौके पर ही जान ले ली।
मृतकों की पहचान इस प्रकार है:
ओकीदा खातून (34)
रेशमी बीवी (35)
(दोनों जरीफ अंसारी की बेटियां, निवासी: जोल्हबिघा)
राजवी बीबी (40)
(पत्नी: माशूक अंसारी, निवासी: पारसवां; मायके जोल्हबिघा में रोपाई के लिए आई थीं)
दूसरी घटना: निरंजन मेहता की मृत्यु (पाटन थाना क्षेत्र)
दूसरी दुखद घटना पाटन थाना क्षेत्र के नावाडीह भुड़वा गांव में हुई। 32 वर्षीय निरंजन मेहता खेत में धान का बीज ढो रहे थे, जब अचानक मौसम ने करवट ली और तेज़ वज्रपात ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया।
उनकी मौके पर ही मृत्यु हो गई। वह अपने पीछे पत्नी और दो छोटे बच्चों को छोड़ गए हैं, जिनमें एक बेटी की उम्र महज डेढ़ साल है।
शोक और चिंता की लहर
इन घटनाओं से गांवों में मातम पसरा हुआ है और पीड़ित परिवारों की स्थिति अत्यंत दयनीय हो गई है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मुआवजा देने की मांग की है। साथ ही यह प्रश्न भी एक बार फिर खड़ा हुआ है कि मौसम अलर्ट और सुरक्षा के लिए ग्रामीण इलाकों में जागरूकता और संसाधनों की कितनी कमी है।
