जमशेदपुर। ओबीसी मोर्चा, जमशेदपुर महानगर की ओर से शुक्रवार को विमुक्त, घुमंतु एवं अर्धघुमंतु (DNT/NT/SNT) समुदायों का मुक्ति दिवस धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मोर्चा के जिला अध्यक्ष सागर राय ने की।
उन्होंने कहा कि यह समुदाय भारत की संस्कृति और परंपराओं का अभिन्न हिस्सा हैं। गरीबी और भेदभाव जैसी कठिन परिस्थितियों में भी इन समुदायों ने न केवल हिन्दू धर्म और संस्कृति की रक्षा की, बल्कि अपनी देशभक्ति, लोककला, संगीत, नृत्य, खेल और पारंपरिक ज्ञान की धरोहर को आज तक जीवित रखा है।
इतिहास और संघर्ष
सागर राय ने बताया कि अंग्रेजों ने 1871 में क्रिमिनल ट्राइब्स एक्ट लागू कर लगभग 200 समुदायों को “अपराधी जाति” घोषित कर दिया था। यह काला कानून स्वतंत्रता के बाद 1952 में समाप्त हुआ और समुदाय “विमुक्त” हुए। लेकिन शिक्षा, आवास और सामाजिक पहचान की कमी के कारण इन्हें दशकों तक किसी वर्ग में पंजीकरण नहीं मिला और ये हाशिए पर ही बने रहे।
मोदी सरकार की पहल
जिला अध्यक्ष ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस समुदाय की पीड़ा को समझा और इनके लिए इब्तदा आयोग (2015) का गठन किया। आयोग की सिफारिश पर घुमंतु विमुक्त विकास एवं वित्त निगम (DWBDNC) बनाया गया।
इसके साथ ही भाजपा सरकार ने SEED योजना शुरू की, जिसके तहत हजारों परिवारों को छात्रवृत्ति, शिक्षा लोन, कौशल विकास, आवास, स्वरोजगार और बीमा योजनाओं का लाभ मिला। अब तक 3700 से अधिक महिला स्वयं सहायता समूह (SHGs) गठित किए गए हैं, जिनसे 47,000 से अधिक महिलाएं आजीविका से जुड़ी हैं।
मुक्ति दिवस का महत्व
उन्होंने कहा कि वर्ष 1952 में ही इस समुदाय को अंग्रेजों के उपेक्षित कानून से मुक्ति मिली थी। इसलिए हर साल 31 अगस्त को मुक्ति दिवस इन समुदायों का “स्वतंत्रता दिवस” के रूप में मनाया जाता है। इसे राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा और समुदाय के बीच गहरे जुड़ाव का प्रतीक बनाया जाएगा।
राष्ट्रीय सम्मेलन और भविष्य की दिशा
भाजपा ने राजस्थान में इस समुदाय के लिए स्वतंत्र मंत्रालय बनाने की घोषणा की है। वहीं 30 जुलाई 2025 को दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में 16 राज्यों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
सरकार इस समुदाय की वास्तविक जनसंख्या पहचान सुनिश्चित करने के लिए जनगणना में अलग कॉलम जोड़ने और स्थायी आयोग गठन की दिशा में काम कर रही है। यह समुदाय लगभग 10% जनसंख्या और 1262 जातियों के साथ देश की विविधता का अहम हिस्सा है।
कार्यक्रम में मौजूद प्रमुख लोग
मुक्ति दिवस कार्यक्रम में भाजपा जिला अध्यक्ष सुधांशु ओझा, पूर्व जिला अध्यक्ष राम बाबू तिवारी, ओबीसी मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष धर्मेंद्र प्रसाद, शेखर कुमार, महामंत्री राज कुमार सह, महेंद्र प्रसाद, घनश्याम पांडे, उमेश साहू, रोहन प्रसाद सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
