Jamshedpur : टाटा स्टील प्लांट के तहत कार्यरत ठेका कर्मियों की शिकायतों को लेकर श्रम विभाग ने आज जांच-पड़ताल की। अपर श्रमायुक्त कार्यालय, जमशेदपुर द्वारा जारी निर्देश के तहत यह बैठक आयोजित की गई, जिसमें एम/एस O.W.M. लॉजिस्टिक्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंधन और जोहार झारखंड श्रमिक महासंघ के प्रतिनिधियों की उपस्थिति रही।
श्रमिकों ने लगाए गंभीर आरोप
जोहार झारखंड श्रमिक महासंघ के महासचिव राजीव पांडे के नेतृत्व में श्रमिकों ने ठेकेदार कंपनी पर श्रम कानूनों के उल्लंघन का आरोप लगाया। शिकायत के अनुसार, श्रमिकों को समय पर वेतन नहीं मिल रहा है और कंपनी द्वारा कई सुविधाएं भी रोक दी गई हैं। इस मामले को लेकर महासंघ ने श्रम विभाग को ज्ञापन सौंपा था, जिसके आधार पर जांच बैठक बुलाई गई।
प्रबंधन ने खारिज किए आरोप
बैठक के दौरान O.W.M. लॉजिस्टिक्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंधन ने श्रमिकों के आरोपों को खारिज कर दिया। कंपनी प्रतिनिधियों ने दावा किया कि सभी श्रमिकों को नियमानुसार वेतन दिया जा रहा है, और उनके पास सभी भुगतान संबंधी दस्तावेज मौजूद हैं। प्रबंधन ने यह भी कहा कि वे श्रमिकों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं।
श्रम विभाग की कार्रवाई
बैठक के दौरान श्रम विभाग ने दोनों पक्षों की बात सुनी और सभी प्रासंगिक दस्तावेजों की जांच करने का निर्देश दिया। श्रम अधीक्षक ने कहा कि इस मामले की विस्तृत जांच के लिए अगली बैठक 5 मार्च 2025 को अपराह्न 4 बजे आयोजित की जाएगी।
श्रमिकों की मांगें
श्रमिक संगठन ने अपनी मांगों को स्पष्ट रूप से रखा, जिनमें शामिल हैं:
1.वेतन भुगतान में पारदर्शिता और समय पर भुगतान सुनिश्चित किया जाए।
2. कामगारों को उनकी नौकरी की सुरक्षा दी जाए।
3. सभी श्रमिकों को आधिकारिक पहचान पत्र प्रदान किए जाएं।
4 .श्रमिक कल्याण के लिए उचित सुविधाएं दी जाएं।
5.भविष्य निधि (PF) और कर्मचारी राज्य बीमा (ESI) से संबंधित सभी बकाया का भुगतान किया जाए।
बैठक में श्रम विभाग के अधिकारियों के अलावा, श्रमिक संगठन और कंपनी के प्रतिनिधियों ने अपने हस्ताक्षर के साथ बैठक की कार्यवाही को प्रमाणित किया। श्रमिकों को उम्मीद है कि आगामी बैठक में उनकी समस्याओं का समाधान निकलेगा।
