Jamshedpur:नेटाजी सुभाष यूनिवर्सिटी, जमशेदपुर में 17 अप्रैल 2025 को Cyber Peace Awareness Seminar 2025 का सफल आयोजन हुआ। यह आयोजन विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड आईटी के नेतृत्व में, जमशेदपुर पुलिस और CyberPeace Corps के सहयोग से आयोजित किया गया।
इस जागरूकता अभियान का उद्देश्य था विद्यार्थियों को साइबर सुरक्षा, डिजिटल नैतिकता, और साइबर हाइजीन के प्रति सजग करना, जिससे वे तेजी से बढ़ते साइबर अपराधों से खुद को सुरक्षित रख सकें।
प्रमुख वक्ताओं ने साझा किए साइबर सुरक्षा के अनुभव
इस अवसर पर कई अनुभवी और प्रतिष्ठित वक्ताओं ने अपने विचार विद्यार्थियों के साथ साझा किए:
नविता प्रसाद – साइबर जागरूकता की प्रमुख अधिवक्ता
श्रीनीवास कुमार – थाना प्रभारी, साइबर थाना, जमशेदपुर
तारक दास – राज्य समन्वयक, CyberPeace Corps
साइबर अपराध से बचाव के लिए सामूहिक प्रयास आवश्यक: नविता प्रसाद
सेमिनार की शुरुआत स्वागत भाषण से हुई, जिसके बाद नविता प्रसाद ने प्रेरणादायक उद्घाटन भाषण दिया। उन्होंने बताया कि CyberPeace Corps कैसे देश को एक सुरक्षित डिजिटल राष्ट्र बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने साइबर जागरूकता को स्कूली और कॉलेज स्तर पर अनिवार्य करने की भी आवश्यकता जताई।
साइबर अपराध से निपटने में पुलिस की भूमिका: श्रीनीवास कुमार
श्रीनीवास कुमार ने अपने सत्र में बताया कि किस प्रकार तकनीकी अपराधों से निपटने के लिए पुलिस और साइबर विशेषज्ञों के बीच समन्वय आवश्यक है। उन्होंने वास्तविक मामलों के उदाहरण देकर छात्रों को सतर्क रहने की सलाह दी।
जिम्मेदार डिजिटल नागरिक बनें: तारक दास
तारक दास, जो साइबर एथिक्स के क्षेत्र में एक जाना-पहचाना नाम हैं, ने साइबर अपराधों के मानसिक प्रभावों पर चर्चा की। उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे जिम्मेदार डिजिटल नागरिक बनें और किसी भी संदिग्ध ऑनलाइन गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस या प्राधिकृत एजेंसी को दें।
प्रश्नोत्तर सत्र में छात्रों ने दिखाया उत्साह
कार्यक्रम के अंत में आयोजित प्रश्नोत्तर सत्र में छात्रों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। उन्होंने विशेषज्ञों से साइबर सुरक्षा और ऑनलाइन व्यवहार को लेकर कई सवाल पूछे, जिनका समाधान मौके पर दिया गया।
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