जमशेदपुर | 5 जून 2025 : सरायकेला-खरसावां जिले में अवैध खनन और बालू परिवहन पर प्रशासन ने एक बार फिर सख्ती दिखाते हुए कार्रवाई की है। उपायुक्त नीतीश कुमार सिंह के निर्देश पर खनन पदाधिकारी ज्योति शंकर सतपति के नेतृत्व में खनन विभाग की टीम ने गुरुवार को चौका थाना क्षेत्र में औचक निरीक्षण कर दो हाईवा और एक ट्रैक्टर को अवैध रूप से बालू ले जाते हुए जप्त किया।

औचक निरीक्षण में मिली सफलता
खनन विभाग को चौका क्षेत्र में अवैध बालू भंडारण और परिवहन को लेकर लगातार शिकायतें मिल रही थीं। इन शिकायतों के आधार पर खनन पदाधिकारी सतपति ने खान निरीक्षक समीर कुमार ओझा व अन्य विभागीय अधिकारियों के साथ टीम बनाकर औचक छापामारी अभियान चलाया। छापेमारी के दौरान बालू से लदे दो हाईवा और एक ट्रैक्टर को जब्त किया गया। विभाग ने जब्त वाहनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
स्थानीय थाना की भूमिका पर उठ रहे सवाल
इस कार्रवाई के बाद एक बार फिर चौका थाना और ईचागढ़ थाना की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं। स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि बालू माफिया थाना की नाक के नीचे अवैध कारोबार को अंजाम दे रहे हैं और पुलिस की भूमिका संदिग्ध प्रतीत होती है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार थाने से महज 100-200 मीटर की दूरी पर बालू लदे हाईवा एवं ट्रैक्टर बेरोकटोक गुजरते हैं, लेकिन कार्रवाई केवल खनन विभाग द्वारा की जाती है, जबकि स्थानीय थाना मूकदर्शक बना रहता है। हाल के दिनों में ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें पुलिस की निष्क्रियता पर गंभीर प्रश्नचिन्ह लग चुके हैं।

बालू माफिया का बढ़ता दबदबा
क्षेत्र में अवैध बालू खनन कोई नई समस्या नहीं है। नागरिकों का कहना है कि दिनदहाड़े खुलेआम बालू की ढुलाई की जाती है। वहीं, कुछ दिन पूर्व एक ट्रैक्टर चालक की बालू चोरी के दौरान मौत भी हो चुकी है, जिसने प्रशासनिक ढांचे की कमजोरी को उजागर कर दिया था।
प्रशासन सख्त, लेकिन स्थानीय समर्थन ज़रूरी
खनन विभाग द्वारा की जा रही कार्रवाई सराहनीय है, लेकिन बिना स्थानीय पुलिस के सक्रिय सहयोग के यह अभियान पूरी तरह सफल नहीं हो सकता। प्रशासनिक सूत्रों का मानना है कि यदि थाना स्तर पर निगरानी और तत्परता बढ़ाई जाए, तो इस प्रकार के अवैध कार्यों पर प्रभावी रोक लगाई जा सकती है।

