जमशेदपुर। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इस बीच जमशेदपुर एवं तरैया सारण निवासी अधिवक्ता सुधीर कुमार पप्पू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्हें विभिन्न एजेंसियों से यह सूचना मिल चुकी है कि बिहार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल (यूनाइटेड) की करारी हार तय है। इसी डर से, उनके अनुसार, भाजपा ने वोट चोरी की साजिश रचनी शुरू कर दी है।पप्पू ने दावा किया कि मोदी और शाह ने चुनाव आयोग को मोहरा बनाकर फर्जी वोटर लिस्ट तैयार करने के संकेत दिए हैं। उनका आरोप है कि जिन लोगों के नाम मतदाता सूची से काटे जा रहे हैं, वे ज्यादातर पिछड़ी जातियों से आते हैं। उनका कहना है कि भाजपा का मकसद फर्जी वोटरों के सहारे चुनाव जीतना है।
उन्होंने बताया कि बिहार में करीब 65 लाख वोटरों के नाम हटाए गए हैं, जो लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर गंभीर सवाल खड़े करता है। पप्पू के मुताबिक, कुछ घरों में 200–300 वोटरों के नाम दर्ज किए गए हैं, जो पूरी तरह गलत और संदिग्ध है। इस मामले में चुनाव आयोग को स्पष्टीकरण देना चाहिए कि किन परिस्थितियों में इतनी बड़ी संख्या में नाम काटे गए।उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इंडिया गठबंधन को रोकने के लिए भाजपा पूरी ताकत लगा रही है, जबकि बिहार की जनता ने भाजपा और जद (यू) सरकार को उखाड़ फेंकने का मन बना लिया है। पप्पू ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हर मोर्चे पर विफल साबित हुए हैं और भाजपा अब उन्हें भी हटाने के मूड में है।
पप्पू ने आगे कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पहले ही यह साबित कर दिया है कि भाजपा फर्जी वोटरों के सहारे चुनाव जीतती है और नरेंद्र मोदी इसी तरीके से प्रधानमंत्री बने। उनका कहना है कि चुनाव आयोग को शपथ पत्र देकर स्पष्ट करना चाहिए कि फर्जी वोटर तैयार नहीं किए गए हैं। वर्तमान परिस्थितियों में, पप्पू के अनुसार, चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर गंभीर सवाल उठ चुके हैं।