Aviation Accident : गुजरात के अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे की असली वजह का रहस्य अब जल्द ही सामने आ सकता है। एयर इंडिया के हादसे का शिकार हुए बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान (फ्लाइट AI-171) का ब्लैक बॉक्स आखिरकार मलबे से बरामद कर लिया गया है। इस महत्वपूर्ण सबूत को गुजरात एटीएस ने सुरक्षित निकाल कर जांच एजेंसियों के सुपुर्द कर दिया है।
जानकारी के अनुसार, ब्लैक बॉक्स में मौजूद डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर (DVR) को विशेष जांच के लिए फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (FSL) भेजा गया है। DVR में दर्ज प्रत्येक सेकेंड का डाटा अब यह साफ कर सकेगा कि विमान के टेकऑफ के बाद से दुर्घटनाग्रस्त होने तक क्या कुछ हुआ। जांच अधिकारी मान रहे हैं कि ब्लैक बॉक्स की रिकॉर्डिंग ही हादसे के सबसे बड़े रहस्यों से पर्दा उठा सकती है।
टेकऑफ के चंद मिनटों में हुआ हादसा
गौरतलब है कि यह दर्दनाक हादसा 12 जून को उस वक्त हुआ, जब एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 अहमदाबाद से लंदन के लिए रवाना हुई थी। सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से टेकऑफ के चंद मिनटों बाद ही विमान ने मेघाणी नगर इलाके के रेजिडेंट डॉक्टर्स हॉस्टल की बिल्डिंग को टक्कर मार दी। टक्कर के साथ ही विमान जमीन पर गिरते ही आग का गोला बन गया।
विमान में सवार 241 लोगों में से 241 यात्रियों व चालक दल के 12 सदस्यों की मौत हो गई। हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी भी सवार थे, जिनकी मौत ने हादसे को और भी संवेदनशील बना दिया है।
अब तक केवल 5 शवों की हुई शिनाख्त
इस बड़े हादसे में कुल 265 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जिसमें हॉस्टल बिल्डिंग में मौजूद लोग भी शामिल हैं। मृतकों के जले हुए शवों की स्थिति इतनी भयावह है कि शिनाख्त के लिए डीएनए टेस्ट ही एकमात्र विकल्प रह गया है।
अब तक 5 शवों की पहचान हो सकी है, जिनमें राजस्थान के 2, गुजरात के भावनगर के 2 और मध्य प्रदेश का एक व्यक्ति शामिल है। अहमदाबाद सिविल अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस में डीएनए सैंपलिंग के लिए करीब 70-80 डॉक्टर लगातार काम कर रहे हैं।
जांच के केंद्र में आतंकी साजिश का भी पहलू
इस विमान हादसे को केवल तकनीकी खराबी या मानवीय त्रुटि तक सीमित मानकर नहीं देखा जा रहा है। सरकार ने इस दुर्घटना की जांच का जिम्मा नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (NSG) को सौंपा है।
NSG की विशेष टीम ने शुक्रवार सुबह घटनास्थल पर पहुंचकर मलबे की गहनता से जांच शुरू कर दी है। सूत्रों के मुताबिक, जांच में आतंकी हमले की संभावना को भी खंगाला जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं अहमदाबाद पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। बाद में सिविल अस्पताल जाकर घायलों और मृतकों के परिजनों से भी मुलाकात की। पीएम मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री समेत आला अधिकारियों के साथ विशेष समीक्षा बैठक भी की है।
ब्लैक बॉक्स से खुलेगा पूरा घटनाक्रम
फिलहाल जांच एजेंसियों की सबसे बड़ी उम्मीद ब्लैक बॉक्स के डीवीआर से जुड़ी है। विमान टेकऑफ के बाद अचानक “मे-डे” सिग्नल भेजने के 30 सेकंड के भीतर हादसा हो गया था। ऐसे में ब्लैक बॉक्स में दर्ज पायलट और कंट्रोल रूम की बातचीत, इंजन व इमरजेंसी अलार्म्स, तकनीकी सूचनाएं तथा कॉकपिट डेटा इस रहस्य से परदा हटा सकते हैं कि तकनीकी गड़बड़ी थी, पायलट त्रुटि हुई या किसी बाहरी हस्तक्षेप ने इस त्रासदी को जन्म दिया।
देश-विदेश में गूंजा हादसा
इस दिल दहला देने वाली दुर्घटना की गूंज सिर्फ देश में ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सुनाई दे रही है। अंतरराष्ट्रीय विमानन सुरक्षा एजेंसियों ने भी इस हादसे पर निगाहें गड़ा दी हैं। वहीं केंद्र सरकार ने आश्वस्त किया है कि जांच में किसी भी एंगल को छोड़ा नहीं जाएगा और सच को जल्द से जल्द सामने लाया जाएगा।
