बामनीपाल (क्योंझर), 20 अगस्त 2025।
टाटा स्टील के फेरो एलॉयज एंड मिनरल्स डिवीजन (FAMD) ने सतत विकास की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए बामनीपाल स्थित फेरो एलॉयज प्लांट में कर्मचारियों के परिवहन हेतु इलेक्ट्रिक वाहन (EV) सेवा की शुरुआत की है। यह कदम कंपनी के नेट ज़ीरो कार्बन उत्सर्जन 2045 के संकल्प को और सशक्त बनाता है।
कार्बन उत्सर्जन में कटौती की ओर कदम
नए इलेक्ट्रिक वाहन की शुरुआत से कर्मचारियों को प्लांट के भीतर और बाहर पर्यावरण अनुकूल और सुविधाजनक परिवहन की सुविधा मिलेगी। शून्य टेलपाइप उत्सर्जन के कारण यह न केवल प्लांट के कार्बन फुटप्रिंट को घटाने में मदद करेगा बल्कि कार्यस्थल के वातावरण को भी और अधिक स्वच्छ और स्वस्थ बनाएगा।
“हर कदम महत्वपूर्ण” – पंकज सतीजा
इस पहल का उद्घाटन करते हुए एफएएमडी के एग्जीक्यूटिव-इन-चार्ज पंकज सतीजा ने कहा –
“हर एक कदम महत्वपूर्ण होता है। हम स्कोप 1, स्कोप 2 और स्कोप 3 – तीनों स्तरों पर ठोस पहल कर रहे हैं। इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की शुरुआत न केवल स्वच्छ ऊर्जा के विकल्पों को अपनाने की दिशा में अग्रणी कदम है, बल्कि यह दिखाती है कि उद्योग कैसे पर्यावरण संरक्षण और मानव कल्याण को साथ लेकर आगे बढ़ सकते हैं।”
हरित पहलों की श्रृंखला में नई कड़ी
यह पहल टाटा स्टील एफएएमडी की पहले से संचालित कई ग्रीन इनिशिएटिव्स की श्रृंखला को और मजबूत करती है, जिनमें शामिल हैं –
जाजपुर फेरो एलॉयज प्लांट में ईवी ट्रकों का सफल ट्रायल
विशाखापत्तनम के वीपीएल कंटेनर फ्रेट स्टेशन में इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट्स का एकीकरण
अथागढ़ स्थित एफएपी में वेस्ट हीट रिकवरी प्रोजेक्ट हेतु कंफिट एनरसेव और यंत्र हार्वेस्ट के साथ समझौता
जाजपुर फेरो एलॉयज प्लांट में फर्नेस ऑयल के स्थान पर पाइप्ड नेचुरल गैस का उपयोग
इन पहलों के जरिए एफएएमडी सतत विकास और क्लीन एनर्जी ट्रांजिशन की दिशा में उद्योग जगत के लिए एक नई मिसाल पेश कर रहा है।
