Jamshedpur : जमशेदपुर लोकसभा के लोकप्रिय सांसद श्री विद्युत वरण महतो ने शुक्रवार को नई दिल्ली में भारत सरकार के खान मंत्रालय के सचिव श्री वी. एल. कांता राव से मुलाकात कर मुसाबनी प्रखंड की धोबनी, किशनगढ़िया और पाथरगोड़ा स्थित हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड (एचसीएल) की वर्षों से बंद पड़ी खदानों को पुनः चालू करने की मांग उठाई।
खनिज और रोजगार की असीम संभावनाएं
सांसद ने बताया कि इन तीनों खदानों में कॉपर के साथ-साथ अन्य बहुमूल्य धातुओं की भी उपस्थिति है और यह क्षेत्र खनिज संपदा की दृष्टि से अत्यंत समृद्ध है। उन्होंने कहा कि इन माइंस के संचालन से:
कॉपर खनन में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिलेगा,
2047 तक बढ़ने वाली तांबे की मांग को पूरा करने में मदद मिलेगी,
2030 तक 5 मिलियन टन सलाना रिफाइनिंग क्षमता के लक्ष्य में योगदान मिलेगा,
और स्थानीय स्तर पर 15 से 20 हजार युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।
पूर्व की सरकार ने लीज के लिए दी थी सहमति
सांसद विद्युत महतो ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की सरकार ने एडजॉइनिंग लीज के तहत इन तीनों खदानों का लीज एचसीएल को देने की स्वीकृति दी थी। परंतु आगे की प्रक्रिया में विलंब हो रहा है, जिससे स्थानीय विकास एवं रोजगार सृजन प्रभावित हो रहा है।
मांग: झारखंड सरकार को निर्देश दे केंद्र
सांसद ने भारत सरकार से आग्रह किया कि झारखंड सरकार को इन खदानों का लीज एचसीएल के नाम करने का निर्देश दिया जाए, एचसीएल को लीज लेकर खनन कार्य शुरू करने की दिशा में ठोस पहल करने के लिए कहा जाए।
सचिव का आश्वासन
श्री वी.एल. कांता राव ने इस विषय पर सकारात्मक रुख दिखाते हुए कहा कि इन खदानों के डिपॉजिट और ग्रेड की जांच करवाई जाएगी। रिजर्व व गुणवत्ता की पुष्टि होने के बाद ही आगे की कार्यवाही की जाएगी।
पलायन रुकेगा, स्थानीय विकास को मिलेगा बल
सांसद ने स्पष्ट कहा कि यदि इन खदानों का संचालन शुरू होता है तो स्थानीय निवासियों को अन्य राज्यों में रोजगार के लिए पलायन नहीं करना पड़ेगा, और यह क्षेत्र आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकेगा। इस अवसर पर पूर्व जिला 20 सूत्री उपाध्यक्ष दिनेश साव भी उपस्थित थे।
