बरहरवा: मालदा रेलमंडल अंतर्गत बरहरवा रैक लोडिंग यार्ड में गुरुवार की सुबह एक बड़ा रेल हादसा होते होते टल गया। जहां लोअर साइड रैक लोडिंग प्वाइंट झीकटिया के पास एक स्टोन चिप्स लदी मालगाड़ी अचानक लुढ़कते हुए पहले से खड़ी मालगाड़ी की बोगियों से जा टकराई। उधर इस भीषण टक्कर में कई वैगन, रेलवे ट्रैक और बिजली के खंभे बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। वही दुर्घटना स्थल के आसपास खड़े लगभग 10 बकरियों की मौके पर ही मौत हो गई। हालांकि गनीमत यह रही कि बगल में बसे घर और स्थानीय लोग सुरक्षित रहे और कोई बड़ी जानमाल की हानि नहीं हुई। उधर प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टक्कर इतनी जोरदार थी कि आसपास के क्षेत्रों में तेज धमाके जैसी आवाज सुनाई दी, जिसके बाद लोग घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। उधर घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे और प्रशासन की टीम ने तुरंत पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में लिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार पत्थर चिप्स से लदा हुआ एक मालगाड़ी के रैक अचानक अनियंत्रित होकर लुढ़क कर पटरी से उतर गई।जहां इस हादसे में किसी के हताहत होने की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन रेलवे को भारी नुकसान हुआ है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मालगाड़ी रैक में पत्थर लदे हुए थे और वह खड़ा था कि तभी अचानक वह आगे की ओर लुढ़क गया और कई मालगाड़ी के डिब्बे एक दूसरे के ऊपर चढ़ने लगे। उधर इस हादसे के बाद घटनास्थल के आसपास के लोगों में अफरा तफरी मच गई। जहां घटना की सूचना मिलते ही रेलवे के अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया व राहत कार्य शुरू किया। जहां इस घटना ने रेलवे के सुरक्षा मानकों पर एक बार फिर से गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। वही बरहरवा रैक लोडिंग यार्ड के पास घनी आबादी, स्कूल व बस्तियां हैं अगर यह हादसा दिन में होता तो बड़ी जनहानि से इंकार नहीं किया जा सकता था, लेकिन इस घटना से लगता है कि रेलवे की ओर से सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया गया जिसके कारण इतना बड़ा हादसा हुआ। वही स्थानीय निवासियों ने रेलवे प्रशासन से मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है जहां उनका कहना है कि अगर इसी तरह लापरवाही जारी रही तो भविष्य में कोई बड़ा हादसा हो सकता है। उधर अभी तक रेलवे की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है हालांकि, सूत्रों के मुताबिक प्रारंभिक जांच शुरू कर दी गई है। इससे पूर्व में भी एक बड़ा हादसा होने से लोग बाल बाल बच गए थे।
