Jamshedpur : पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन ने असंगठित क्षेत्र के मजदूरों, प्रवासी श्रमिकों एवं बाल श्रम से जुड़े गंभीर मुद्दों पर जनजागरूकता बढ़ाने की दिशा में अहम कदम उठाया है। शनिवार को उपायुक्त श्री कर्ण सत्यार्थी ने समाहरणालय परिसर से “श्रमिक जागरूकता रथ” को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
यह रथ श्रम विभाग द्वारा संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी जिले के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों तक पहुंचाएगा। इनमें प्रमुख रूप से ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकरण, निर्माण श्रमिक निबंधन, श्रमिक सेवा योजना, प्रवासी श्रमिक सहायता योजना, एवं सामाजिक सुरक्षा योजनाएं शामिल हैं।
🔹 बाल श्रम पर सख्त रुख
उपायुक्त ने कहा कि बाल श्रम एक सामाजिक अपराध है, जिसे किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किया जा सकता। इसके उन्मूलन हेतु प्रशासन की ओर से “जीरो टॉलरेंस” की नीति अपनाई गई है। उन्होंने जनभागीदारी को आवश्यक बताते हुए कहा कि बाल श्रम की रोकथाम में सामाजिक सहयोग अत्यंत जरूरी है।
🔹 ग्रामीण क्षेत्रों में भी पहुंचेगा संदेश
उपायुक्त श्री सत्यार्थी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि यह जागरूकता रथ जिले के सभी प्रखंडों और पंचायतों में भ्रमण कर श्रमिकों को उनके अधिकारों, पंजीकरण प्रक्रिया तथा सरकारी लाभ की जानकारी दे। इस दौरान ऑडियो-विजुअल माध्यम, पंपलेट, लघु फिल्में, इत्यादि का प्रयोग कर श्रमिकों को योजनाओं से जोड़ा जाए।
कार्यक्रम में डीटीओ, नियोजन पदाधिकारी, और अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
यह जागरूकता अभियान असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के जीवन में सुधार लाने और योजनाओं की प्रभावी पहुंच सुनिश्चित करने की दिशा में जिला प्रशासन की एक सराहनीय पहल मानी जा रही है।
