Jamshedpur : बिष्टुपुर स्थित वीमेन्स कॉलेज की इंटरमीडिएट की छात्राओं के सामने इन दिनों बड़ा संकट खड़ा हो गया है। लगभग डेढ़ वर्ष तक पढ़ाई करने के बाद अब कॉलेज प्रशासन द्वारा छात्राओं को कॉलेज छोड़ने और किसी निजी कॉलेज या स्कूल में नामांकन लेने का निर्देश दिया गया है। इस निर्णय से लगभग 100 छात्राओं का भविष्य अधर में लटक गया है।
उल्लेखनीय है कि वीमेन्स कॉलेज को हाल ही में महाविद्यालय का दर्जा प्राप्त हुआ है, जिसके बाद इंटरमीडिएट की कक्षाएं बंद की जा रही हैं। कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि अब संस्थान स्नातक स्तर का महाविद्यालय बन चुका है, इसलिए इंटर स्तर की पढ़ाई अब नहीं कराई जाएगी।
छात्राओं का कहना है कि वे पिछले डेढ़ साल से नियमित रूप से कक्षा में उपस्थित हो रही थीं और अब जबकि परीक्षा के केवल छह महीने शेष हैं, उन्हें कॉलेज छोड़ने को कहा जा रहा है। इससे न केवल उनकी पढ़ाई बाधित होगी, बल्कि उनका शैक्षणिक वर्ष भी बर्बाद हो सकता है।
इस फैसले से आक्रोशित होकर सैकड़ों छात्राएं आज उपायुक्त कार्यालय पहुंचीं और उपायुक्त से न्याय की गुहार लगाई। छात्राओं ने मांग की कि उन्हें उसी कॉलेज से परीक्षा देने की अनुमति दी जाए, जहाँ उन्होंने अब तक पढ़ाई की है। छात्राओं ने यह भी आशंका जताई कि इस स्थिति में उनका भविष्य अंधकारमय हो सकता है।
प्रशासन से उन्होंने अपील की है कि वे कॉलेज प्रबंधन के इस निर्णय पर हस्तक्षेप करें और छात्रों के शैक्षणिक हितों की रक्षा करें।
इस पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर राज्य में उच्च शिक्षा नीति, महाविद्यालय स्तरीय योजनाओं और छात्रहित में पारदर्शिता पर सवाल खड़ा कर दिया है।