जमशेदपुर , 19 मई: पूर्वी सिंहभूम जिले के घाटशिला अनुमंडल कार्यालय में सोमवार को मासिक अपराध गोष्ठी का आयोजन किया गया। एसपी ऋषभ गर्ग की अध्यक्षता में आयोजित इस गोष्ठी में ग्रामीण क्षेत्र के पुलिस उपाधीक्षक, पुलिस निरीक्षक और सभी थाना प्रभारी शामिल हुए। यह बैठक मुख्य रूप से पुलिस कार्यों की समीक्षा करने और अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए आयोजित की गई थी।

लंबित मामलों की समीक्षा और कार्रवाई का फोकस
बैठक के दौरान, एसपी ऋषभ गर्ग ने लंबित मामलों की गंभीर समीक्षा की, जिनमें पोक्सो एक्ट के तहत दर्ज मामलों, वारंट निष्पादन, कुर्की-जब्ती की कार्रवाई और चरित्र सत्यापन कार्यों पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया। एसपी ने इस बात पर जोर दिया कि पुलिस अधिकारियों को अपने कार्यों में तेजी लानी होगी और प्रत्येक लंबित मामले का समाधान शीघ्र करना होगा, ताकि कोई भी मामला लंबित न रहे।
एसपी ने स्पष्ट रूप से कहा कि अगर किसी भी पुलिस अधिकारी द्वारा मामलों के निष्पादन में ढिलाई की जाती है, तो यह कानून-व्यवस्था के लिए खतरा बन सकता है। उन्होंने सभी थाना प्रभारी से आग्रह किया कि वे अपने-अपने क्षेत्र में दर्ज मामलों पर त्वरित कार्रवाई करें और किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

नशाखोरी, अवैध गतिविधियों पर कड़ी निगरानी
बैठक में एसपी ने थाना प्रभारियों को कड़ी चेतावनी दी कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में नशाखोरी, अवैध गतिविधियां, और आपराधिक तत्वों पर सख्त निगरानी रखें। विशेष रूप से, कानून के उल्लंघन करने वाले और जनता की सुरक्षा को खतरे में डालने वाले तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, “हमारे पास लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी है, और किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।”
एसपी ने यह भी कहा कि पुलिस को अपनी सक्रियता बढ़ानी होगी, ताकि गांवों और छोटे इलाकों में अपराध पर काबू पाया जा सके। उन्होंने स्पष्ट किया कि नशाखोरी और अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए पुलिस को संवेदनशील और निर्णायक कदम उठाने होंगे।
पुलिस और जनता के बीच बेहतर समन्वय
एसपी ने बैठक में यह भी जोर दिया कि पुलिस अधिकारियों को आम जनता से बेहतर समन्वय स्थापित करना होगा। उन्होंने कहा कि जनता का विश्वास हासिल करने के लिए, पुलिस को सकारात्मक संवाद बढ़ाना होगा और लोगों की समस्याओं को सुलझाने में सक्रिय रूप से हिस्सा लेना होगा। इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए, पुलिस अधिकारियों को स्थानीय समुदाय के साथ मिलकर उनकी सुरक्षा की समस्याओं का समाधान करने का निर्देश दिया गया।
कानून व्यवस्था में लापरवाही नहीं होगी सहन
एसपी ऋषभ गर्ग ने यह भी कहा कि कानून-व्यवस्था में किसी भी प्रकार की लापरवाही को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा, “हमारे लिए कानून व्यवस्था सबसे महत्वपूर्ण है, और इसकी किसी भी प्रकार की अवहेलना को सख्ती से निपटा जाएगा।“

आगे का रास्ता और पुलिस की सक्रियता
यह मासिक गोष्ठी पुलिस विभाग को अपनी कार्यशैली को प्रभावी बनाने के लिए एक अवसर प्रदान करती है। एसपी ने आश्वासन दिया कि इस प्रकार की समीक्षा बैठकें लगातार जारी रहेंगी, ताकि पुलिस अपनी जिम्मेदारियों को ठीक से निभा सके और ग्रामीण क्षेत्रों में अपराध नियंत्रणसुनिश्चित किया जा सके।
पुलिस अधिकारियों द्वारा उठाए गए कदमों और उनके द्वारा दिए गए निर्देशों से यह साफ है कि एसपी ऋषभ गर्ग ने एक नई दिशा में पुलिस कार्यों को प्रभावी बनाने के लिए कदम उठाए हैं, जो निश्चित रूप से कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाएंगे और जनता के बीच विश्वास बढ़ाएंगे।