Prayagraj : महाकुंभ स्नान के लिए संगम जा रहे श्रद्धालुओं की यात्रा शनिवार सुबह दर्दनाक हादसे में तब्दील हो गई। प्रयागराज-मिर्जापुर हाईवे पर बोलेरो और बस की भीषण टक्कर में 10 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 19 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
हादसा इतना भयानक था कि बोलेरो के परखच्चे उड़ गए। सड़क पर चीख-पुकार मच गई, जिसके बाद स्थानीय लोगों और पुलिस ने बचाव कार्य शुरू किया।
कैसे हुआ यह भयावह हादसा?
प्रारंभिक जांच के अनुसार, बोलेरो में सवार श्रद्धालु मिर्जापुर से प्रयागराज की ओर जा रहे थे। इसी दौरान तेज रफ्तार से आ रही एक बस से उनकी गाड़ी की आमने-सामने भिड़ंत हो गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बोलेरो पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और उसमें बैठे सभी लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।
स्थानीय लोग तुरंत मदद के लिए आगे आए और पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस और प्रशासन ने राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया।
मृतकों की पहचान और घायलों की हालत
पुलिस के अनुसार, मृतकों में अधिकतर एक ही परिवार के सदस्य या परिचित हैं। मृतकों की पहचान की जा रही है और उनके परिजनों को सूचित किया जा रहा है।
घायलों में से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। उन्हें प्रयागराज के एसआरएन अस्पताल में रेफर किया गया है, जहां उनका इलाज जारी है।
क्या था हादसे का कारण?
प्रारंभिक रिपोर्ट के मुताबिक, यह हादसा तेज रफ्तार और गलत ओवरटेकिंग की वजह से हुआ। पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है कि ड्राइवरों की लापरवाही थी या कोई और कारण इस दुर्घटना के पीछे है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बयान
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने की घोषणा की और प्रशासन को घायलों के उचित इलाज के निर्देश दिए।
प्रयागराज-मिर्जापुर हाईवे पर बढ़ते हादसे, सुरक्षा पर सवाल
प्रयागराज-मिर्जापुर हाईवे पहले भी कई सड़क दुर्घटनाओं का गवाह बन चुका है। खासकर महाकुंभ जैसे आयोजनों के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है, जिससे हादसों की आशंका और बढ़ जाती है।
सरकार और प्रशासन को हाईवे पर यातायात नियमों के सख्त पालन और सुरक्षा उपायों को मजबूत करने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
सड़क सुरक्षा को लेकर क्या कदम उठाने चाहिए?
1. स्पीड लिमिट को सख्ती से लागू करना
2. सड़क किनारे अधिक पुलिस गश्त और सीसीटीवी निगरानी
3. अतिक्रमण हटाना और रोड साइनेज को बेहतर बनाना
4. श्रद्धालुओं के लिए विशेष यात्रा मार्ग और ट्रैफिक कंट्रोल
यह हादसा हमें सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों के महत्व की याद दिलाता है। महाकुंभ जैसे बड़े आयोजनों के दौरान सुरक्षा के अतिरिक्त उपाय करने की सख्त जरूरत है, ताकि श्रद्धालुओं की यात्रा सुरक्षित और सुगम हो।