Chandil: चांडिल नीमडीह प्रखंड स्थित नारायण प्राइवेट आईटीआई में 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर एक भव्य क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।** मुख्य अतिथि भाजपा के झारखंड प्रदेश महामंत्री कर्मवीर सिंह** ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भारत की गौरवशाली खेल और सांस्कृतिक परंपराओं की सराहना की।
“भारत ने दुनिया को खेल और शिक्षा का रास्ता दिखाया“
कर्मवीर सिंह ने अपने संबोधन में कहा,
“भारत ने सदैव दुनिया को दिशा और दशा दिखाने का कार्य किया है। अध्यात्म की खोज में लोग काशी आते थे और शिक्षा के लिए नालंदा विश्वविद्यालय।” उन्होंने भारत की प्राचीन खेल परंपरा का जिक्र करते हुए बताया कि हॉकी का प्राचीन उल्लेख भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं में मिलता है।
उन्होंने यह भी बताया कि जुडो-कराटे जैसे आत्मरक्षा के खेलों की शुरुआत भारत से हुई। इसका मूल नाम “नियुद्ध” है, जो ऋषि-मुनियों द्वारा आत्मरक्षा के लिए विकसित किया गया था।
ग्रामीण खेलों को बढ़ावा देने का संदेश
उन्होंने कहा कि आज कई प्राचीन भारतीय खेल विलुप्त हो रहे हैं। इन्हें पुनर्जीवित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने क्रीड़ा भारती संस्था का गठन किया। इसका उद्देश्य ग्रामीण और पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देना है। साथ ही, सरकार ने सांसदों को अपने क्षेत्र में प्राचीन खेलों के आयोजन का निर्देश दिया है।
संस्थान के संस्थापक डॉ. जटाशंकर पांडे ने कहा कि
“हम विद्यार्थियों को तकनीकी प्रशिक्षण के साथ खेल-कूद में भाग लेने के लिए प्रेरित करते हैं। यह मानसिक और शारीरिक विकास दोनों के लिए महत्वपूर्ण है।”
विजेताओं को मिला सम्मान
प्रतियोगिता के समापन पर चैन इलेवन को विजेता और इलेक्ट्रॉन इलेवन को उपविजेता घोषित किया गया। मुख्य अतिथि कर्मवीर सिंह ने विजेता टीम को ट्रॉफी और मेडल प्रदान कर उनका उत्साहवर्धन किया।