पश्चिमी सिंहभूम में सुरक्षाबलों की बड़ी कार्रवाई
चाईबासा: झारखंड के नक्सल प्रभावित पश्चिमी सिंहभूम जिले में सुरक्षाबलों ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है। प्रतिबंधित नक्सली संगठनों के खिलाफ चलाए गए सर्च ऑपरेशन के दौरान, सुरक्षाबलों ने 3 किलो वजनी आईईडी बम बरामद किया। बम निरोधक दस्ते ने इसे नष्ट कर दिया, जिससे किसी भी संभावित दुर्घटना को रोका जा सका।
सारंडा में नक्सलियों की साजिश नाकाम
जानकारी के अनुसार, सारंडा के घने जंगलों में नक्सली नेता मिसिर बेसरा, अनल, अनमोल, अश्वनी, और पतिराम माझी अपने दस्ते के साथ सक्रिय थे। इनकी हरकतों की खुफिया जानकारी मिलने पर सुरक्षाबलों ने विशेष अभियान चलाया।
रविवार को टोटों थाना क्षेत्र के सरजोमबुरु और लोवाबेरा के बीच के इलाके में सर्च ऑपरेशन के दौरान यह आईईडी बम बरामद हुआ। यह क्षेत्र घने जंगल और पहाड़ियों से घिरा हुआ है, जिसे नक्सलियों ने अपने गतिविधियों का केंद्र बना रखा था।
आईईडी बम बरामदगी और नष्ट करने की प्रक्रिया
सुरक्षाबलों ने सतर्कता दिखाते हुए बम निरोधक दस्ते की मदद से आईईडी को सुरक्षित तरीके से नष्ट कर दिया।
आईईडी वजन: 3 किलो
स्थान: सरजोमबुरु और लोवाबेरा के बीच का जंगल
सुरक्षा उपाय: बम को नष्ट कर आसपास के इलाके की सुरक्षा सुनिश्चित की गई।
इस कार्रवाई ने नक्सलियों की एक बड़ी साजिश को विफल कर दिया और क्षेत्र को सुरक्षित बना दिया।
नक्सलियों के खिलाफ बढ़ा अभियान
पश्चिमी सिंहभूम में नक्सलियों की बढ़ती गतिविधियों को देखते हुए सुरक्षाबलों ने अपने अभियान तेज कर दिए हैं।
नक्सली नेता सक्रिय: मिसिर बेसरा, अनल, अनमोल, अश्वनी, पतिराम माझी
अभियान का उद्देश्य: नक्सली गतिविधियों को खत्म कर क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बहाल करना।
सुरक्षा बलों की सतर्कता से टली बड़ी घटना
सुरक्षाबलों की सतर्कता और मुस्तैदी ने न केवल एक बड़ी साजिश को नाकाम किया, बल्कि इलाके में शांति और स्थिरता सुनिश्चित की। यह अभियान राज्य सरकार और सुरक्षाबलों की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जो नक्सल प्रभावित इलाकों को सुरक्षित बनाने के लिए लगातार प्रयासरत हैं।
सुरक्षाबलों की यह कार्रवाई न केवल स्थानीय जनता के लिए राहत
लेकर आई है, बल्कि यह नक्सलियों के लिए एक कड़ा संदेश भी है।